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– साहित्यकारों ने अपनी रचनाएं पेश कर बटोरी तालियां
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। कुंजपुरा के विकास क्लब भवन में विकास क्लब साहित्य कला मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकारों ने अपनी रचनाएं पेश कर खूब तालियां बटोरीं। कवि डॉ. कमर रईस ने कहा, सच्चाई से दामन बचाएं तो कैसे, जहां के मुकाबिल भी आए तो कैसे…। वरिष्ठ कवि हरबंस लाल पथिक ने कहा, रोशनी तो फकत इक बहाना था उसका, लगाई आग इसलिए की धुआं उठता रहे…।
गजलकार अनुपिंद्र सिंह अनूप ने कहा, मत करना तुम दोस्ती तस्वीरों के संग, उड़ जाते हैं अक्सर धूप में इनके रंग…। क्लब संरक्षक व वरिष्ठ कवि प्रेम पाल सागर ने कहा, सरजमीं ए हिंद का पहरा आप दोगे क्या, भारत का भविष्य सुनहरा आप दोगे क्या…। मैं अंधेरों से लड़ना अभी छोड़ दूं, उजाले बांटता सवेरा आप दोगे क्या…। गुरुमुख सिंह वैडच ने कहा, ए उम्र कुछ कहा मैंने, पर शायद तूने सुना नहीं…। गुरविंदर कौर गुरी ने कहा, सब दौर गुजर जाते हैं जिंदगी में औरत के लिए, बस एक दौर ही नहीं गुजरता मायके से जुड़ीं यादें…। कवि नरेश लाभ ने कहा, कजरारे नैना बसे सदा प्रेम विश्वास, रिमझिम बारिश बूंद में आओ प्रियतम पास…।
रामेश्वर देव ने कहा, जीता है जो भी दुनिया में सबकी खुशी के साथ, अच्छा सुलूक होगा फिर उस आदमी के साथ…। अबैन्सन ने कहा, ऐ जाना कुछ तो तरस खाओ हाल पे मेरे, या तो आ जाओ या छोड़ दो आना ख्वाब में मेरे…। अशोक मलंग ने कहा, आया हूं दुनिया में इंसानियत का पैगाम लेकर, जाऊंगा दुनिया से मोहब्बत का इनाम लेकर…। राजपाल राजन ने कहा, न चिंगारी है न अतिश न शोले, मैं जलवों से तेरे जलाया गया हूं…। गुरमीत पाढा ने कहा, रूठे जो जिंदगी तो मना लेंगे हम, मिले जो गम भी तो निभा लेंगे हम…।
हरियाणवी गायक सुरेश भाणा, पूर्ण चंद शर्मा, अजय जुण्डला, सचिन पाल, पंकज गहलोत ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विकास अरोड़ा व उनकी धर्मपत्नी रेखा अरोड़ा रहे। मंच संचालन अश्विनी शर्मा ने किया। कार्यक्रम में खुशहाल रोजडे, तरुण गहलोत, प्रधान ग्रामीण भाजपा महेन्द्र सिंह महदपुर, प्रधान परमिंदर भाटिया, किरण कांबोज, साल्वी कांबोज, रामनाथ आदि मौजूद रहे।
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Karnal News: मत करना तुम दोस्ती तस्वीरों के संग, उड़ जाते हैं अक्सर धूप में इनके रंग…