दूषित पेयजलापूर्ति के विरोध में लगाया जाम
– ग्रामीण बोले, गांव में फैला डायरिया, अब तक पांच लोगों की हो चुकी मौत
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल/कुंजपुरा। दूषित पेयजलापूर्ति के विरोध में वीरवार को ग्रामीणों ने करनाल-कुंजपुरा मार्ग पर जाम लगा दिया। करीब दो घंटे तक ग्रामीण मौके पर डटे रहे। ग्रामीणों का कहना है कि दूषित पानी पीने के कारण डायरिया फैल गया है। जिससे अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 50 मरीज विभिन्न अस्पतालों में दाखिल हैं।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मृतकों की रिपोर्ट देखने के बाद ही इसका पता लग सकेगा।
ग्रामीणों ने इस दौरान जन स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना उपरांत मौके पर पहुंचे जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ गौरव सैनी व पुलिस ने ग्रामीणों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों व संबंधित विभाग के अधिकारियों की पंचायत थाना परिसर में हुई। पंचायत में एसडीओ गौरव सैनी ने समस्या के समाधान का आश्वासन तो दिया लेकिन गांव में पेयजल व्यवस्था के रखरखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत पर डाल दी। पंचायत में गांव की महिला सरपंच के प्रतिनिधि महेंद्र सिंह फौजी व थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महावीर सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
एक महीने से गंदा पानी पीने को मजबूर
पूर्व पंच नरेंद्र, अंकित, रवि, शुभम, अनिल, अरविंद व अंशुल आदि ने बताया कि करीब एक माह से गांव में गंदे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। यह सिलसिला तब से जारी है, जब गांव में कुछ समय पूर्व सीवरेज लगाने का कार्य शुरू हुआ था। इस दौरान गांव की अधिकांश गलियों को उखाड़ने से जगह-जगह पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे गलियों का गंदा पानी पेयजल लाइन में संचित होकर घरों तक पहुंचना शुरू हो गया।
ग्रामीणों का कहना है कि इसी कारण डायरिया फैला। जिसके चलते एक महिला, उसके बाद दो वर्षीय व एक छह वर्षीय बच्ची की जान चली गई। सात अगस्त को जगदीश व सुशील की भी मौत हो गई।
समाधान कमेटी का गठन
ग्रामीणों का दावा है कि एक प्राइवेट स्कूल के कई बच्चे भी इसी गंदे पेयजल के कारण डायरिया की चपेट में आए हैं। वीरवार को ग्रामीणों व ग्राम पंचायत एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच हुई पंचायत में एक समाधान कमेटी का गठन किया गया। जिसमें सरपंच सुमन देवी के प्रतिनिधि महेंद्र कुमार, सुरेश मास्टर, अजय, विकास, शुभम व हेमराज शामिल हैं। इसी बीच ग्रामीणों ने ठेकेदार पर भी घटिया पाइप लगाने का आरोप लगाया।
वर्जन
पाइप लीकेज, मोटर व डोजिंग पंप मोटर को दुरुस्त रखने सहित पानी के कनेक्शन के रिकॉर्ड व पेयजल आपूर्ति की समूची व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत पर है। जन स्वास्थ्य विभाग केवल बिजली का बिल अदा करने के साथ पेयजल में मिलाई जाने वाली दवा की व्यवस्था करता है।
– गौरव सैनी, एसडीओ जनस्वास्थ्य विभाग करनाल
पानी की टेस्टिंग रिपोर्ट अभी तक उन्हें उपलब्ध नहीं हो पाई है। इसके अलावा एक बच्ची व कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज से एक मृतक की मृत्यु हिस्ट्री मंगवाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकता है।
– डॉ. संदीप अबरोल, एसएमओ कुंजपुरा सीएचसी
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