[ad_1]
– एचएयू के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र पर नमो ड्रोन दीदी को दिया ड्रोन प्रशिक्षण
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के करनाल स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बीआर कांबोज ने कहा कि आने वाला समय नवीनतम तकनीकियों का है, जिसमें ड्रोन की भूमिका अहम होगी। मौके पर महिलाओं को ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए। इस दौरान ड्रोन को आय का साधन बनाने पर जोर दिया गया।
सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ.राजबीर गर्ग व क्रॉप-लाइफ इंडिया की मल्लिका वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डॉ. बीआर कांबोज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच से ड्रोन दीदी बनकर महिलाएं लगातार बदलती तकनीकि से कदमताल कर रही है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग दिल्ली से आए उपायुक्त सीआर लोही ने भी ड्रोन की महिलाओं के लिए उपयोगिता को परिभाषित करते हुए इसे आय का साधन बनाने पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए महिलाओं से आगे आने का आह्वान किया।
तकनीक सत्र में क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. हरविंद्र सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा और कृषि तकनीकियों पर रोशनी डाली। इसके बाद दृष्या के डिप्टी सीओओ डॉ.सतेंद्र कुमार यादव ने स्वयं सहायता समूहों से चुनकर आईं ड्रोन दीदी का परिचय कराया। उन्होंने ड्रोन कितने प्रकार के होते हैं, कौन ड्रोन किस काम आता है, कृषि कार्यों में उनका कहां और किस तरह उपयोग किया जा रहा है, विस्तार से समझाया। इसके बाद खेतों में जाकर ड्रोन दीदी को ड्रोन से उर्वरक का छिड़काव का प्रशिक्षण दिया गया। महिलाओं से ही ड्रोन संचालित कराया गया। इसके बाद उन्हें प्रमाणपत्र और पीपीई किट का वितरण किया गया। मौके पर एचएयू के निदेशक (अनुसंधान) डॉ. सुरेंद्र कुमार पहुजा, डॉ.सुरेश देसाई, डॉ मुकेश, डॉ. नरेंद्र कुमार आदि कई लोग मौजूद रहे।
[ad_2]
Karnal News: ड्रोन को आय का साधन बनाने पर दिया जोर