संवाद न्यूज एजेंसी
घरौंडा। बसताड़ा टोल प्लाजा पर तैनात नई कंपनी ने टोल पर स्थानीय वाहन चालकों को निशुल्क निकलने की सुविधा देना बंद कर दिया है। पहले जहां लोग स्थानीय होने की आईडी दिखाकर निकल जाते थे, अब वे ऐसा नहीं कर पाएंगे। यदि उन्हें बिना टैक्स दिए टोल प्लाजा पार करना है तो इसके लिए उन्हें पास बनवाना पड़ेगा। इस आदेश से नाखुश घरौंडा के टैक्सी चालक टोल प्लाजा पर पहुंचे और रोष प्रकट किया।
एडवोकेट जेपी शेखपुरा की अध्यक्षता में घरौंडा के करीब टैक्सी चालक व अन्य वाहन चालक बसताड़ा टोल पर पहुंचे और उन्होंने टोल कंपनी के नए आदेशों व टोल पर तैनात सुरक्षा गार्ड के युवाओं की गुंडागर्दी के खिलाफ रोष प्रकट किया। टैक्सी चालक रोहतास चोपड़ा, लक्ष्मण दास, अभिमन्यु आदि का कहना है कि वे बसताड़ा टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में आते हैं और अपने टैक्सी व अन्य निजी वाहनों से टोल प्लाजा से आवागमन करते हैं।
पूर्व में स्थानीय वाहनों को किसी प्रकार का कोई टोल नहीं देना पड़ता था। हर स्थानीय वाहन चालक अपने स्थानीय आईडी दिखाकर यहां से गुजर जाता था लेकिन जब से यहां नई कंपनी आई है। उन्होंने कार्ड बनाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं लाइन में लगा जब स्थानीय वाहन चालक अपनी आईडी दिखाता है तो टोल बूथ के साथ खड़े सुरक्षा गार्ड उनसे न सिर्फ बदतमीजी करते हैं बल्कि उनकी आईडी तक फाड़ देते हैं।
गाड़ी को वापस लाइन से निकलने के लिए दबाव बनाते हैं। वाहन चालकों का कहना है कि पहले स्थानीय वाहन चालकों के लिए टोल पर 150 रुपये का पास बनता था। बाद इसे 300 रुपये का कर दिया था। अब अब 340 रुपये में पास बनाया जा रहा है जो बिल्कुल गलत है। वाहन चालकों का कहना है कि वे पूर्व में काफी वर्षों से निशुल्क आवागमन करते आए हैं।
एनएचएआई की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी स्थानीय वाहन चालक को निशुल्क नहीं निकाला जा सकता। उनके लिए पास का प्रावधान है। इसके 340 रुपये का पास बनवाना होगा। टोल पर वाहन चालकों के साथ कोई कर्मचारी गुंडागर्दी या बदतमीजी करता है तो सीधे शिकायत कर सकते हैं। – मुकेश शर्मा, प्रबंधक, बसताड़ा टोल प्लाजा
Karnal News: टोल प्लाजा पर नए नियम से होगी आवाजाही