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– ग्रामीणों में दहशत, गुणवत्ता पर उठाए सवाल, ट्रायल के लिए आवर्धन नहर में छोड़ा गया था पानी
संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल। निर्माणाधीन आवर्धन नहर में ट्रायल के लिए पानी छोड़ने पर कलवेहड़ी गांव के समीप स्लैब टूट गई और मिट्टी का कटाव हो गया। स्लैब टूटने की सूचना पर ग्रामीणों में दहशत फैल गई। उन्होंने ने इसकी सूचना विभाग के अधिकारियों को दी। इसके बाद मौके पर विभाग के अधिकारी व ठेकेदार पहुंचा।
करीब चार घंटे में जेसीबी से मिट्टी के कटाव को भरा गया और कट्टे लगाकर तट को मजबूत किया गया। कलवेहड़ी निवासी लख्मीचंद, नेवल निवासी प्रेम सिंह आदि किसानों ने आवर्धन नहर के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाए हैं कि नहर के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। इसी कारण पानी के ट्रायल में ही नहर की स्लैब टूट गई और मिट्टी का कटाव हो गया। यदि नहर में पानी ज्यादा होता तो नहर की पटरी ही टूट जाती और नहर के पानी से किसानों की फसल खराब हो जाती। उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाई कि निर्माण कार्य की जांच कराई जाए क्योंकि स्लैब में कई जगहों पर दरार आई हैं।
पुल को किया जा रहा चौड़ा
यमुनानगर से पिचौलिया तक करीब 75 किलोमीटर लंबी इस आवर्धन नहर का नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है। जिसमें इसे चौड़ा किया जा रहा है और नहर के पुल भी बनाए जा रहे हैं। इस कार्य पर करीब 382 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। अभी तक करीब 35 प्रतिशत निर्माण कार्य बाकी है। इसलिए नहर में कई दिनों से 200 क्यूसेक पानी ट्रायल के लिए छोड़ा गया था। इससे नहर में बहने वाले पानी की गहराई दो फूट के करीब थी। इसके बाद नहर में 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया तो सुबह के समय कलवेहड़ी नहर पुल के समीप स्लैब टूट गई।
सुबह के समय प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल राजन लांबा ने नहर में स्लैब को टूटा देखा था। उन्होंने ही इसकी सूचना ग्रामीणों व अधिकारियों को दी। सूचना मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। उन्हें डर था कि कहीं नहर की पटरी न टूट जाए।
नहर में स्लैब टूटने व मिट्टी का कटाव क्यों हुआ, इसके बारे में अधिकारियों से पूछा जाएगा। कहीं किसी प्रकार की चूक है तो उस पर ध्यान दिया जाएगा।
गुणवत्ता की भी जांच कराई जाएगी।
– हरविंद्र कल्याण, विधायक, घरौंडा
कलवेहड़ी गांव के समीप नहर पर पुल बनाया गया है। वहां पर कुछ हिस्सा कच्ची मिट्टी का था। जिस पर पानी के कारण कटाव हो गया था। जिसे ठीक कर दिया गया है। नहर की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं है।
– मनोज कुमार, एक्सईएन, सिंचाई विभाग करनाल
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Karnal News: करोड़ों में बन रही नहर, 500 क्यूसेक पानी में ही टूटी स्लैब