[ad_1]
ज्योति मल्होत्रा के घर से मिली डायरी में लिखे संस्मरण और मन की बातों से पता चलता है कि वह किसी भी जगह जाने से पहले पूरा होमवर्क करती थी। देश-विदेश से संबंधित सभी तरह की जानकारी अपनी डायरी में नोट करके रखती थी। इस डायरी के करीब 10 पन्नों पर इसी तरह के नोट्स बनाए गए हैं। तीन पेजों पर पाकिस्तान यात्रा का जिक्र है। आठ पेजों पर अंग्रेजी में लिखा है, जबकि पाकिस्तान के बारे में तीनों पेज पर हिंदी में लिखा है।
महाभारत, रामायण, ब्राह्मण, क्षत्रिय, ईसवीं, रजिया सुल्तान, कुतुबमीनार जैसे शब्द हैं। वहीं विदेशों के बारे में ऐसी जानकारी है, जिसमें तकनीकी शब्द प्रयोग किए गए हैं। कुछ पन्नों पर यात्रा खर्च का भी जिक्र है।
हम सब एक ही धरती, एक ही मिट्टी के हैं…
ज्योति ने पाकिस्तान को लेकर लिखा है… पाकिस्तान से 10 दिन का सफर तय करके आज आ गई हूं अपने देश इंडिया/भारत। इस दौरान पाकिस्तान की आवाम से काफी महोब्बत मिली। हमारे सबस्क्राइबर, फ्रेंडस भी हमसे मिलने आए। लाहौर घूमने के लिए मिला दो दिन का वक्त काफी कम था।
सरहदों की दूरियां पता नहीं कब तक बरकरार रहेंगी पर दिलों में जो गिले शिकवे हैं वो मिट जाएं। हम सब एक ही धरती, एक ही मिट्टी के हैं। अगर ऐसा कुछ हो जिसको वीडियो में शेयर न किया हो तो आप बेझिझक कमेंट में पूछ सकते हैं। अब दीजिए इजाजत पाकिस्तान की सरहद यहीं तक थी।
[ad_2]
Jyoti Malhotra: ‘पता नहीं कब तक रहेंगी सरहदों की दूरियां…’, ज्योति की डायरी में पाकिस्तान पर बड़ा खुलासा