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19जेएनडी10 : जयंती देवी मंदिर में शिव पुराण कथा के समापन पर लगे भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते श्
जींद। सावन माह के अंतिम सोमवार को शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस साल श्रावण मास की शुरुआत 22 जुलाई को हुई समापन 19 अगस्त को हुआ। इस बार सावन माह में पांच सोमवार पड़े। 19 अगस्त को सावन माह का अंतिम दिन होने के कारण मंदिरों में भगवान आशुतोष की पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।
सावन के आखिरी सोमवार को सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचने शुरू हो गए थे। शहर के मध्य में स्थित ऐतिहासिक जयंती देवी मंदिर में रूद्राभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें श्रद्धालुओं ने दूध-पानी व अन्य सामग्री चढ़ाई और सुखद भविष्य की कामना की। श्रद्धालुओं ने शिव स्तुति, शिव मंत्र, शिव सहस्रनाम, शिव चालीसा, शिव तांडव, रुद्राष्टक, शिव पुराण और शिव आरती का पाठ किया।
जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि श्रद्धालुओं ने शिवजी का पंचाक्षर मंत्र ओम नम: शिवाय का जाप किया। श्रावण माह को भगवान भोलेनाथ की भक्ति का महीना माना गया है। ऐसे में शिवभक्त पूरे श्रावण माह में भगवान आशुतोष की नियमित रूप से पूजा करते हैं। उनके सारे कष्ट व पाप दूर हो जाते हैं। जो श्रद्धालु पूरे श्रवण मास में सच्चे मन से जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करता है उस पर भगवान आशुतोष की विशेष कृपा होती है।
जयंती देवी मंदिर में शिवपुराण कथा का समापन
सावन माह को लेकर जयंती देवी मंदिर में शिव पुराण कथा का आयोजन किया जा रहा था। कथा के समापन पर मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया। कथावाचक बालयोगिनी विभानंद सरस्वती ने कहा कि शिव महापुराण की कथा में साक्षात शिव और पार्वती स्वयं यजमान बनकर कथा सुनने आते हैं। श्री शिव पुराण कथा सुनने मात्र से सभी कष्ट, बाधाएं दूर हो जाती हैं। शिव पुराण की कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती हैं। शिव पुराण के श्रवण करने वाले साधकों को शिवलोक में स्थान मिलता है। शिव पुराण में भगवान शिव के विविध रूपों, अवतारों और ज्योतिर्लिंगों के महत्व का वर्णन किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें भगवान शिव की गाथाओं का श्रवण करना चाहिए, ताकि हमारा मानस जन्म सुखमय बन सके।

19जेएनडी10 : जयंती देवी मंदिर में शिव पुराण कथा के समापन पर लगे भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते श्

19जेएनडी10 : जयंती देवी मंदिर में शिव पुराण कथा के समापन पर लगे भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते श्
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Jind News: सावन के अंतिम सोमवार को मंदिरों में उमड़े शिवभक्त


