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नागरिक अस्पताल में हुए केयर कंपेनियन प्रोग्राम में मौजूद चिकित्सक और स्टाफ। स्रोत : विभाग
जींद। स्वास्थ्य विभाग ने मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से मंगलवार को केयर कंपेनियन कार्यक्रम (सीसीपी) के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला, डॉ. मंजू, डॉ. आरएस पूनिया, चंडीगढ़ से आए डॉ. अभिषेक जैन शामिल हुए। कार्यक्रम के तहत जच्चा-बच्चा की देखभाल को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को उपलब्ध करवाई जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी गई।
डॉ. अभिषेक जैन ने बताया कि नॉर्मल और ऑपरेशन दोनों ही डिलिवरी के बाद जच्चा-बच्चा का विशेष ध्यान रखना होता है। ऐसे में अस्पताल में तो जच्चा-बच्चा की केयर हो जाती है, लेकिन कई बार घर पहुंचते ही देशी नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया जाता है। कई मामलों में जच्चा-बच्चा की तबीयत बिगड़ जाती है और उन्हें फिर से एडमिट करना पड़ता है। ऐसे में सभी नुस्खों से दूर रहने और जच्चा और बच्चा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए नर्सिंग स्टाफ को हर जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने बताया कि स्वस्थ बच्चे के लिए सात चरण हैं। इसमें टीकाकरण, मां का दूध, त्वचा से त्वचा की देखभाल, नाल को न छूना, स्वच्छता बनाए रखना, स्वस्थ बच्चे के लिए स्वस्थ मां, परिवार को नियोजित करना शामिल हैं। डॉ. आरएस पूनिया, डॉ. मंजू ने बताया कि जच्चा और बच्चा की देखभाल को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष रूप से ट्रेनिंग दी गई है। इस दौरान एसएनओ सुनीता, नर्सिंग ऑफिसर राजवंती, बाला, शर्मिला मौजूद रहीं।
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