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19जेएनडी03: हुडा मार्केट में गोहाना रोड के नजदीक खुले में पड़ा कचरा व पाॅलिथिन। संवाद
संवाद न्यूज एजेंसी
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जींद। शहर में सफाई पर प्रतिमाह 80 लाख रुपये खर्च होते हैं। इसके बाद भी सड़कों पर कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं। शहर के रोहतक, गोहाना रोड व हुड्डा मार्केट में लगे कूड़े के ढेर से बदबू फैल रही है। सफाई व्यवस्था को लेकर नगर परिषद के अधिकारी और ठेकेदार गंभीर नहीं हैं।
शहर के मुख्य मार्ग रोहतक रोड पर भी गंदगी का ढेर पिछले तीन दिन से लगा है। इसके उठान को लेकर नगर परिषद के सफाईकर्मी या ठेकेदार गंभीर नहीं हैं। यहां से निकलने वालों को इस गंदगी से फैलने वाली बदबू के साये से गुजरना पड़ रहा है। हुड्डा मार्केट में पॉलीथिन व अन्य कचरे के ढेर लगे हुए हैं। यहां पर सफाई को लेकर नप कर्मी गंभीर नहीं है। शहर की हुड्डा मार्केट पॉश क्षेत्र में आती है, लेकिन यहां पर खुले में लगे कचरे व पॉलीथिन के ढेर ने इस क्षेत्र को बदहाल बनाया हुआ है। खुले में पड़े कचरे को गौवंश भी खाकर बीमार हो रहे हैं। हालांकि नप द्वारा यहां पर डस्टबीन रखवाया हुआ है। इसमें कचरे को न डालकर खुले में फेंका जा रहा है। यही हाल पुराने बस अड्डे के नजदीक बना है। नगर परिषद की ढीली कार्रवाई के कारण शहर की प्रतिदिन सफाई और कचरे का उठान नहीं होने के कारण हो रही है।
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बदतर हालत से कैसे सुधरेगी स्वच्छता रैंकिंग
नगर परिषद के अधिकारी शहर की स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के दावे कर रहे हैं लेकिन इसके लिए ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। प्रतिमाह 80 लाख रुपये खर्च होने के बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था बदतर है। शहर में हर घर से प्रतिदिन कचरे का उठान करना होता है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी डालने वालों के चालान का भी प्रावधान है, लेकिन इन मुख्य मार्गों पर लगाए गए कचरे व कूड़े के ढेर से सब अनजान बने हुए हैं। पिछले कई साल से स्वच्छता रैंकिंग में शहर पिछड़ रहा है। शहर की सुंदरता को बढ़ाने व स्वच्छता बनाए रखने के लिए हर साल सफाई के बजट में बढ़ौतरी की जा रही है। इसके बावजूद भी शहर की सफाई व्यवस्था को नप नहीं सुधार पा रही।
वर्जन
शहर की प्रतिदिन सफाई करवाई जाती है। घर-घर से कचरा उठाने के लिए गाड़ी जाती है। इसके बाद भी कहीं कूड़ा या कचरा पड़ा है तो उसका उठान करवाया जाएगा। प्रतिदिन डंपिंग साइट पर घरों से निकलने वाले कचरे का निपटान करवाया जा रहा है। -अनिल नैन सीएसआई नगर परिषद जींद।