Jind News: पालवां के आर्यन ने कुश्ती में जीता रजत पदक


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उचाना। नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतने आर्यन पालवां का ग्रामीणों ने स्वागत किया। जींद-संगरूर हाईवे से खुली जीप में देशभक्ति गीतों, बाइकों के काफिले के साथ शहर के विभिन्न बाजारों से होते हुए जुलूस पालवां गांव पहुंचा। यहां पर दादा खेड़ा पर पूजा-अर्चना के बाद घर पहुंचे आर्यन का महिलाओं ने मंगल गीत गाकर स्वागत किया।
आर्यन पालवां ने बताया कि अयोध्या (यूपी) में नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित हुई। 110 किलोग्राम में सिल्वर मेडल जीतने में वो कामयाब रहा। गोल्ड मेडल न जीतने का मलाल जरूर है। भविष्य में होने वाली प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने के लिए जो कमी रही उनको दूर करके जीतने की कोशिश करेगा। ओलंपिक में देश के लिए खेलना उसका सपना है जिसको पूरा करने के लिए वो निरंतर मेहनत कर रहा है। परिवार के सदस्यों का उनको पूरा सहयोग मिल रहा है।
आर्यन के चाचा आजाद पालवां ने कहा कि आर्यन ने सिल्वर मेडल जीत कर गांव का ही नहीं बल्कि प्रदेश का नाम रोशन किया है। ग्रामीण अंचल में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। खेल की सुविधाएं अगर ग्रामीण अंचल में हमारे बेटे-बेटियों को मिले तो मेडल लाकर प्रदेश का नाम रोशन करने का काम करेंगे। प्रदेश के युवाओं का खेलों में रूझान है। जनसंख्या के हिसाब से छोटा प्रदेश में शामिल होने के बावजूद भी अनेकों मेडल यहां के खिलाडिय़ों ने जीते है। इस अवसर पर सिक्किम सफा खेड़ी, रामनिवास करसिंधु, जयबीर श्योकंद, सुरेंद्र श्योकंद मौजूद रहे।

उचाना। नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतने आर्यन पालवां का ग्रामीणों ने स्वागत किया। जींद-संगरूर हाईवे से खुली जीप में देशभक्ति गीतों, बाइकों के काफिले के साथ शहर के विभिन्न बाजारों से होते हुए जुलूस पालवां गांव पहुंचा। यहां पर दादा खेड़ा पर पूजा-अर्चना के बाद घर पहुंचे आर्यन का महिलाओं ने मंगल गीत गाकर स्वागत किया।

आर्यन पालवां ने बताया कि अयोध्या (यूपी) में नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित हुई। 110 किलोग्राम में सिल्वर मेडल जीतने में वो कामयाब रहा। गोल्ड मेडल न जीतने का मलाल जरूर है। भविष्य में होने वाली प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने के लिए जो कमी रही उनको दूर करके जीतने की कोशिश करेगा। ओलंपिक में देश के लिए खेलना उसका सपना है जिसको पूरा करने के लिए वो निरंतर मेहनत कर रहा है। परिवार के सदस्यों का उनको पूरा सहयोग मिल रहा है।

आर्यन के चाचा आजाद पालवां ने कहा कि आर्यन ने सिल्वर मेडल जीत कर गांव का ही नहीं बल्कि प्रदेश का नाम रोशन किया है। ग्रामीण अंचल में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। खेल की सुविधाएं अगर ग्रामीण अंचल में हमारे बेटे-बेटियों को मिले तो मेडल लाकर प्रदेश का नाम रोशन करने का काम करेंगे। प्रदेश के युवाओं का खेलों में रूझान है। जनसंख्या के हिसाब से छोटा प्रदेश में शामिल होने के बावजूद भी अनेकों मेडल यहां के खिलाडिय़ों ने जीते है। इस अवसर पर सिक्किम सफा खेड़ी, रामनिवास करसिंधु, जयबीर श्योकंद, सुरेंद्र श्योकंद मौजूद रहे।

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