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जींद। शहर के दो अस्पताल संचालकों से 20-20 लाख की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने गांव थुआ निवासी अंकित को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि नशा पूर्ति के लिए उसने गूगल से नंबर लेकर डॉक्टरों को धमकी दी थी। शनिवार देर शाम पुलिस के घेर लेने पर वह नरवाना के हाईवे पुल से कूद गया जिससे उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया है।
नरवाना सीआईए और जींद सिविल लाइन थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि चिकित्सकों को धमकी देने का आरोपी नरवाना में मोहलखेड़ा गांव के पुल के पास है। पुलिस की टीमें अलग-अलग रास्ते से वहां पहुंचीं। दोनों तरफ से पुलिस से घिरा देखकर अंकित ने पुल से छलांग लगा दी। इससे उसके पैर में चोट आ गई और वह भागने में नाकाम रहा। पुलिस उसे लेकर नरवाना के नागरिक अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों ने उसके पांव में फ्रैक्चर देखकर प्राथमिक उपचार के बाद जींद नागरिक अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अंकित की गिरफ्तारी के साथ मुस्कान अस्पताल की संचालक डॉ. मोनिका पूनिया और सरस्वती आई केयर हॉस्पिटल के मालिक डॉ. राजेश गर्ग से 20-20 लाख की रंगदारी मांगने का मामला सुलझ गया है। डॉ. राजेश से 6 और डॉ. मोनिका से 7 अगस्त को धमकी दी गई थी।
पुलिस का दावा है कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने शराब के नशे में दोनों अस्पतालों के डॉक्टरों को फोन किए थे। उसके पास नशे के लिए पैसे कम पड़ गए तो उसने गूगल से नंबर निकाले और फोन किया। एक डॉक्टर ने नहीं उठाया तो उन्हें धमकी भरे मैसेज भेजे।
वर्जन
पुलिस ने रंगदारी मांगने के आरोपी को नरवाना से गिरफ्तार किया है। आरोपी थुआ निवासी अंकित शराब का आदी है। उसने नशे में रंगदारी मांगी थी। आरोपी के खिलाफ मारपीट और चोरी के चार मामले पहले से दर्ज हैं।
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