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05जेएनडी36: डूमरखा कलां में मतदान के बाद उंगली पर लगी स्याही दिखाते हुए पूर्व केंद्रीय मंंत्री
उचाना। एक माह से अधिक समय तक मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट करने वाले प्रत्याशियों की किस्मत शनिवार को ईवीएम में बंद हो गई। मतदाताओं ने इस बार जमकर मतदान किया है। इस बार उचाना कलां की चौधर किसके हाथ में आएगी, यह 8 अक्तूबर को पता चलेगा।
मतदान को लेकर इस बार मतदाताओं में खूब उत्साह दिखाई दिया। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ लगने शुरू हो गई थी। मतदाता अपने मत का प्रयोग करने के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगे नजर आए। उचाना विधानसभा के घोघड़िया, करसिंधु, बड़ौदा, डूमरखा कलां सहित विभिन्न गांवों में मतदाता सुबह 7 बजे से पहले ही मतदान केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। पहली बार मत डालने वाले मतदाताओं के साथ-साथ बुजुर्ग मतदाताओं में भी उत्साह दिखाई दिया। दूर-दराज गए लोग भी मतदान के दिन अपने-अपने गांव मत डालने के लिए पहुंचे।
समय के साथ बढ़ती गई मतदान की रफ्तार
मतदान की रफ्तार समय के साथ बढ़ती नजर आई। 10 बजे तक उचाना के 223 बूथों पर 13 प्रतिशत मतदान हुआ था। 11 बजे यह बढ़कर 21 प्रतिशत हो या। डेढ़ बजे तक मतदान 41 प्रतिशत पार पहुंच गया। तीन बजे तक 54 प्रतिशत मतदान हुआ। उचाना में बनाए गए कंट्रोल रूप से सभी बूथों पर नजर रखी जा रही थी। हर बूथ पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। उचाना विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी एवं एडीसी विवेक आर्य, डीएसपी नवीन सिंधु बूथों पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे थे।
मतदाता सूची में नाम ढूंढते नजर आए मतदाता
मतदान केंद्रों के बाहर निर्धारित दूरी पर लगाए गए सभी पार्टियों के उम्मीदवारों के स्टॉल पर उम्मीदवारों के समर्थक बैठे हुए थे। यहां पर मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में ढूंढ़ते नजर आए तो मतदान को लेकर पर्ची भी बनवाते नजर आए। मतदाताओं को डम्मी ईवीएम के माध्यम से समर्थक बटन के बारे में बता रहे थे। डूमरखा कलां गांव में 72 साल की राजेश्वरी अपनी पोतियों के साथ तो 85 साल के बनारसी अपने परिवार के सदस्यों के साथ मत डालने पहुंचे। ऐसे ही दिल्ली से स्पेशल अपना पहला वोट डालने के लिए निधि शर्मा अपने गांव पहुंची। डूमरखा कलां गांव में मतदान केंद्र के बाहर कांग्रेस, भाजपा, जेजेपी को छोड़ दूसरे उम्मीदवारों के स्टॉल नजर नहीं आए।
कार्यकर्ताओं से जानकारी लेने पहुंचे उम्मीदवार
कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र अत्री, जेजेपी व एएसपी के संयुक्त उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला, आजाद उम्मीदवार विकास काला, आजाद उम्मीदवार वीरेंद्र घोघड़िया, आप उम्मीदवार पवन फौजी सहित अन्य उम्मीदवार बूथों पर जाकर मतदान प्रक्रिया को जानने के साथ अपने कार्यकर्ताओं से चुनाव को लेकर जानकारी ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, बृजेंद्र सिंह, प्रेमलता सिंह ने अपने परिवार के साथ डूमरखा कलां गांव के बूथ नंबर एक पर वोट डाला। विकास काला ने अपनी पत्नी के साथ उचाना मंडी के एसडी कॉलेज में बूथ पर वोट डाला। देवेंद्र अत्री ने कसूहन के राजकीय स्कूल में बने मतदान केंद्र पर वोट डाला तो पवन फौजी ने उदयपुर गांव के मतदान केंद्र पर मतदान किया। सफा खेड़ी गांव के मतदान केंद्र पर बीएलओ देवेंद्र कुमार ने सबसे पहला मत डालने वाले सुरेंद्र श्योकंद को पौधा भेंट किया।
प्रजातंत्र में मतदान सबसे बड़ी ताकत
राजेश्वरी, बनारसी ने कहा कि प्रजातंत्र में अपने मत का प्रयोग हमें करना चाहिए। प्रजातंत्र में मतदान सबसे बड़ी ताकत होती है। हम अपने मत से प्रतिनिधि को चुनते हैं। पहली बार वोट डालने वाली निधि ने कहा कि वह दिल्ली पढ़ाई कर रही है। मतदान करने के लिए वह गांव आई है। कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह की बेटी कुदरत, समरवीर सिंह ने भी पहली बार वोट डाला।
वाहनों में लेकर आए मतदाताओं को
अपने-अपने पक्ष में अधिक मतदान करवाने के लिए सभी पार्टियों ने दूर-दराज रहने वाले मतदाताओं को केंद्र तक पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की हुई थी। ऑटो, रिक्शा सहित अन्य साधनों से उनको लेकर आए और घर छोड़ा।
डोहाना खेड़ा में हुआ विवाद
डोहाना खेड़ा में वोट डालने को लेकर विवाद हो गया। इसकी जानकारी मिलने के बाद डीएसपी नवीन सिंधु मौके पर पहुंचे। डीएसपी ने बताया कि छुटपुट जो शिकायतें आई हैं उनका तुरंत समाधान कर दिया गया है। डोहाना खेड़ा के बूृथ नंबर 56, 57 में कुछ विवाद सामने आया था। पुलिस जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंच गई थी। मतदान प्रक्रिया को तुरंत शुरू करवा दिया गया था। पुलिस निरंतर चेकिंग, ड्यूटी पर लगी हुई है।
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