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जींद। प्रदेश सरकार ने अनाज मंडियों को आवंटित कर दिया है। जिले की 17 अनाज मंडियों में पीआर धान की खरीद होगी। हालांकि अभी तक धान की सरकारी खरीद की तारीख निर्धारित नहीं की है लेकिन एसडीएम पुलकित मल्होत्रा के अनुसार 22 सितंबर से शुरू होने की संभावना है। इसको लेकर प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था कर ली हैं वहीं हैफेड के पास पर्याप्त मात्रा में बारदाना है। हालांकि अनाज मंडी में बाजरा पहुंच चुका है।
प्रदेश सरकार ने खरीद एजेंसियों हरियाणा वेयर हाउस, हैफेड, भारतीय खाद्य निगम व खाद्य एवं पूर्ति विभाग को मंडियों में मापक यंत्र, बारदाना व आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए। इनके अलावा मार्किट कमेटी को निर्देश दिए हैं कि सभी मंडियों में बिजली, पेयजल, सफाई, शौचालय, कीटनाशक छिड़काव व मच्छर नाशक दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
इसके अलावा धान खरीद से संबंधित सभी बिलों का सत्यापन कर भुगतान समयबद्ध तरीके से किया जाए ताकि किसानों को उनकी फसल की राशि समय पर मिल सके। जिले में नरवाना, सफीदों, अलेवा, जुलाना व पिल्लूखेड़ा समेत अन्य खंडों में ज्यादातर किसान पीआर धान लगाते हैं। इसके कारण मंडियों में अक्तूबर और नवंबर में सबसे अधिक आवक इसी धान की होती है। इसको देखते हुए जिले में इस बार 17 मंडियों को पीआर धान खरीद के लिए चुना गया है।
इन मंडियों में होगी धान की खरीद
सरकार की ओर से जिले की 17 मंडियों को धान की खरीद के लिए चयनित किया गया है। इनमें जिले के क्षेत्र अलेवा, बरटा, छात्तर, धमतान साहिब, गढ़ी, जींद, जुलाना, खरल, मंगलपुर, नगूरां, नरवाना, पिल्लूखेड़ा, सफीदों, उचाना, दनौदा, काब्रच्छा गांव की मंडी में धान की सरकारी खरीद की जाएगी। ऐसे में किसानों को धान बेचने के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा।
पेयजल, सफाई और शौचालय की व्यापक व्यवस्था
जिला की अनाज मंडी में प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था की हुई है। किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी न आए। इसके लिए पेयजल की व्यवस्था, सफाई, सड़क मरम्मत और शेड के नीचे रखे सामान को भी हटा दिया है। वहीं स्ट्रीट लाइट भी ठीक करवा दी गई है।
वर्जन
धान की खरीद को लेकर मार्किट कमेटी की पूरी तैयारी है। अनाज मंडी में स्ट्रीट लाइट, पेयजल, शौचालय दुरुस्त करवा दिए हैं। इसके अलावा शेड के नीचे रखा सामान भी हटवा दिया है। किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी नहीं आएगी। -संजीव कुमार, सचिव, मार्किट कमेटी जींद
वर्जन
हैफेड के पास पर्याप्त मात्रा में बारदाना है। हर साल हैफेड लगभग 30 हजार एमटी धान की खरीद करती है। फिलहाल उनके पास बारदाने की कोई कमी नहीं है। बारदान प्रदेश सरकार मुहैया करवाती है। -संदीप पूनिया, डीएम, हैफेड
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