{“_id”:”67ab97d9cfe7e88a2a0dd2c5″,”slug”:”kisan-mahapanchayat-today-on-completion-of-one-year-of-morcha-at-khanauri-border-jind-news-c-199-1-sroh1009-129880-2025-02-12″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Jind News: खनौरी बार्डर पर मोर्चे को एक वर्ष पूरा होने पर किसान महापंचायत आज”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
11जेएनडी50: रतनपुरा किसान मोर्चे पर आयोजित महापंचायत में मौजूद किसान। किसान – फोटो : एसडीओ अरविंद कुमार।
नरवाना(जींद)। खनौरी बॉर्डर आंदोलन को एक वर्ष पूरा होने पर आज किसान महापंचायत होगी। इसको लेकर मंगलवार को बॉर्डर पर किसानों की बैठक भी हुई। इसमें 50 हजार से ज्यादा किसानों के पहुंचने का दावा किसान नेता कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त प्रशासन भी किसान महापंचायत को लेकर अलर्ट है। बार्डर पर 12 अर्धसैनिक बलाें व पुलिस की टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
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प्रशासन ने व्यवस्थाओं को बनाने के लिए जवानों को बार्डर पर तैनात किया है, किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। यहां पर नरवाना के डीएसपी अमित भाटिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। किसान महापंचायत पर सरकार की नजर भी रहेगी। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड ने बताया कि दोनों मोर्चों के तय कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर स्थित रत्नपुरा किसान मोर्चा पर किसान महापंचायत हुई।
इस महापंचायत में हजारों किसानों ने भाग लिया। कोहाड़ ने कहा कि 12 फरवरी को किसान आंदोलन काे एक साल पूरा होने पर दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चे पर ऐतिहासिक किसान महापंचायत होगी। इसमें 50 हजार से अधिक किसान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि महापंचायत को लेकर सभी तैयारी पूरी हो चुकी है। जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि वह इस महापंचायत में सभी किसानों के दर्शन करना चाहता है, अपनी बात को किसानों को मध्य रखेगा, ताकि किसानों की आगामी पीढि़यों को बचाया जा सके। वह महापंचायत में देशवासियों के नाम महत्वपूर्ण संदेश देंगे।
कोहाड़ ने कहा कि पिछले एक वर्ष में किसानों ने कड़ी धूप, बरसात व ठंड समेत हर परिस्थित का सामना किया। इसके बावजूद भी किसानों के हौंसले बुलंद रहे। सरकार उनके धैर्य की परीक्षा ले रही है। किसान नेताओं ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी पार्टी विशेष से नहीं, बल्कि सरकारों की कॉर्पोरेट हितैषी नीतियों के खिलाफ है। जब राजनीतिक पार्टियां विपक्ष में होती हैं तो उनकी बोली कुछ और होती है। सत्ता में आने के बाद अपनी बात से मुकर जाते हैं। डल्लेवाल ने बताया कि 14 फरवरी को केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए तथ्यों के साथ तैयारी की जा रही है, ताकि बातचीत की टेबल पर किसानों का पक्ष मजबूती से रखा जा सके।
11जेएनडी50: रतनपुरा किसान मोर्चे पर आयोजित महापंचायत में मौजूद किसान। किसान– फोटो : एसडीओ अरविंद कुमार।