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21जेएनडी14: नागरिक अस्पताल में कूड़े में आग लगाकर जलाते हुए। संवाद
जींद। एनसीआर में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए ग्रैप-4 को लागू किया गया है। ग्रैप-4 के नियमोें का पालन करवाने वाले ही गंभीर नहीं हैं। सरकारी संस्थानों में ही ग्रैप-4 के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। शहर के सरकारी अस्पताल में कूड़ा को एकत्रित कर उठाने के बजाय उनको जलाया जा रहा है। इसके अलावा अस्पताल में निर्माण, नगर परिषद की तरफ से सड़क का निर्माण जारी है।
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ग्रैप-4 के नियमोें का पालन करवाने की जिम्मेदारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नगर परिषद को दी गई है। यह दोनों ही विभाग खुद नियमों की धज्जियां उड़वा रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय से महज 200 मीटर की दूरी पर हैफेड के गोदाम पर टुकड़ियां लगाने का काम चल रहा है। जहां पर दिनभर धूल उड़ती रही है। वहीं नगर परिषद कार्यालय से 300 मीटर दूरी पर जेडी 7 पर भी टुकड़ियां लगवाई जा रही हैं। यहां पर भी ग्राइंडर से दिनभर धूल उड़ती है। यहां से निकलने वालों को धूल से परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही नहीं नगर परिषद कार्यालय के बिल्कुल सामने ब्लॉक बिछवाए जा रहे हैं। यहां बुलडोजर की मदद से मिट्टी खोदने और डालने का काम किया जा रहा है। नियमों का पालन करवाने वाले ही गंभीर नहीं है।
शनिवार को एक्यूआई का स्तर 345 रहा। जब तक निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगेगी तब तक जिले का एक्यूआई का स्तर सुधरना मुश्किल होगा। ऐसे में जिले में पिछले एक सप्ताह से स्मॉग और प्रदूषण ने दम घोंट रखा है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों और अस्थमा रोगियों को सांस संबंधी दिक्कत आ रही है, तो स्वस्थ लोगों की आंखों में जलन, एलर्जी जैसी समस्या हो रही है। प्रदूषण के स्तर को बढ़ाने के लिए फसल अवशेषों के साथ-साथ टायर फैक्ट्रियां और 10 से 15 साल पुराने ऑटो भी जिम्मेदार हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही।
दोबारा ग्रैप-4 लागू होने के बाद विभाग ने नहीं की कार्रवाई
जिले में दोबारा से ग्रैप-4 लागू होने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नगर परिषद ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके कारण प्रदूषण का स्तर ज्यों का त्यों हैं। सबसे पहले प्रशासनिक विभागों के कार्यालयों व ठेकेदारों की तरफ से चलाए जा रहे कार्यों पर इन विभागों को कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा शहर में अन्य स्थानों पर भी निर्माण जारी हैं।
अधिकतम 21 तो न्यूनतम पांच डिग्री रहा तापमान
शनिवार को अधिकतम 21 तो न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा की गति छह किलोमीटर प्रतिघंटा और मौसम में आर्द्रता 72 प्रतिशत रही। गांव पांडु पिंडारा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ डॉ. राजेश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 22 दिसंबर से हवा में बदलाव होगा। उत्तर-पूर्वी हवा हवा चलने की संभावना से राज्य में 22 दिसंबर की रात्रि व 23 दिसंबर को मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहेगा। 24 से 26 दिसंबर तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने तथा उत्तरी व उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवा हल्की गति से चलने से रात्रि के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। इस दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में अलसुबह धुंध या स्मॉग छाने की संभावना है, ेलेकिन 26 दिसंबर की रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य में मौसम फिर से बदलेगा।
जिले में ग्रैप-4 के नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ जिला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम सख्त कार्रवाई करेगी। जहां पर भी काम चल रहा है उसे बंद करवाया जाएगा। नियमों की अवहेलना करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। -अश्वनी धीमान, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जींद।