[ad_1]
नरवाना। मंगलवार शाम नरवाना में मौसम ने अचानक करवट ली और तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश ने पूरे शहर को भिगो दिया। दिनभर साफ आसमान रहने के बाद करीब शाम 4:30 बजे मौसम का मिजाज बदल गया।
आसमान में काले बादल छा गए और करीब 5 बजे हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। कुछ ही देर में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश होने लगी जिससे शहर की सड़कों और गलियों में पानी भर गया। बारिश के दौरान विश्वकर्मा चौक, अपोलो चौक, नेहरू पार्क, मॉडल टाउन और मुख्य बाजार क्षेत्रों में जलभराव देखने को मिला।
जगह-जगह पानी जमा होने से राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई लोग बारिश से बचने के लिए दुकानों व शेडों में शरण लेते नजर आए। वहीं, यातायात की रफ्तार भी थम सी गई। लोगों का कहना है कि पिछले कई दिनों से वातावरण में धुआं और धुंध छाया हुआ था जिससे सांस लेने में परेशानी हो रही थी।
इस बारिश ने प्रदूषण से कुछ राहत देने का काम किया है। शहरवासियों ने उम्मीद जताई कि इस बारिश से हवा की गुणवत्ता सुधरेगी और आंखों में जलन, खांसी-बुखार जैसी समस्याओं में कमी आएगी। साथ ही, बारिश के बाद ठंड का असर भी बढ़ने लगा है।
वहीं बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। किसानों ने बताया कि इस समय खेतों में बासमती और 1121 किस्म की धान की फसल खड़ी है। तेज बारिश और लगातार नमी से फसल गिरने या खराब होने का खतरा बढ़ गया है। कुछ किसानों ने कहा कि अगर यह बारिश दो-तीन दिन और जारी रही, तो धान की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा और पूरी फसल चौपट हो सकती है।
फसलों को नहीं हुआ नुकसान : विशेषज्ञ
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक की बारिश से फसल को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है लेकिन अगर अगले 24 घंटे में फिर बारिश होती है तो असर दिख सकता है। शहर में हुई झमाझम बारिश से जहां वातावरण प्रदूषण में कमी और ठंड में इजाफे के आसार हैं वहीं किसानों के लिए यह बारिश दुविधा भरी साबित हो रही है। कुल मिलाकर, नरवाना में मंगलवार की शाम आई यह बारिश राहत और चिंता दोनों साथ लेकर आई।
[ad_2]


