बहादुरगढ़। शहर में पीएम स्वनिधि योजना में स्ट्रीट वेंडर पालिसी के तहत रेहड़ी पटरी वालों का पंजीकरण कराने के लिए नगर परिषद की ओर से जल्द ही सर्वे किया जाएगा। इसके लिए जिला नगर आयुक्त (डीएमसी) जगनिवास के आदेश पर 6 टीमों का गठन किया गया है। एक टीम में दो-दो कर्मचारी शामिल होंगे। ये टीमें सुबह 7 बजे से लेकर शाम को साढ़े 7 बजे तक सर्वे करेंगी।
सभी टीमों को 4 जून तक हर हाल में सर्वे करके पूरे शहर में रेहड़ी-पटरी वालों की पूरी रिपोर्ट मांगी है। सर्वे कराने का मकसद रेहड़ी-पटरी वालों को अलग से स्थान देना, ताकि सड़कों पर अतिक्रमण से बचा जा सके और रेहड़ी-पटरी वालों को लोन मुहैया कराकर उन्हें मुख्यधारा में जोड़ा जा सके। सर्वे के दौरान रेहड़ी-पटरी वालों का पंजीकरण भी कराया जाएगा। पंजीकरण करवाने के लिए आधार कार्ड, बैंक खाते की कापी व आधार से लिंक मोबाइल नंबर साथ लेकर आना जरूरी है। पंजीकरण नि:शुल्क किया जाएगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद वेंडिंग जोन बनाकर उन्हें स्थान उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही पंजीकरण कराने वाले रेहड़ी पटरी वालों को सरकार की ओर से चलाई गई ऋण योजना 10 हजार, 20 हजार व 50 हजार का लाभ दिलवाया जाएगा। इस योजना में ऋण के ब्याज पर सात प्रतिशत केंद्र सरकार व दो प्रतिशत हरियाणा सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाएगी।
नगर परिषद की ओर से बनाई गई टीम एक में शामिल दीपक वत्स और जयवीर नाहरा नाहरी रोड व वार्ड संख्या एक से पांच तक की सभी कालोनियों का सर्वे करेंगे। इसके अलावा टीम नंबर दो में शामिल शिव कुमार व रजत परनाला रोड, नजफगढ़ रोड और वार्ड पांच से लेकर वार्ड नौ की सभी कालोनियों का सर्वे करेंगे। टीम तीन में शामिल मुकेश कुमार व संजीव कुमार लाइनपार के छोटूराम नगर और वार्ड संख्या 10 से वार्ड 15 तक की सभी कालोनियों का सर्वे करेंगे। टीम चार में शामिल हरीश और अनिल पंवार रेलवे रोड, वेस्ट जुआं ड्रेन समेत वार्ड 16 और 20 की सभी कालोनियों का सर्वे करेंगे। टीम पांच में शामिल शिव और विशाल झज्जर रोड और बादली रोड के साथ वार्ड 21 और वार्ड 25 की सभी कालोनियों का सर्वे करेंगे। टीम छह में शामिल अनिल कुमार सैनी और विक्रम ठाकुर गांव सांखौल से दिल्ली बार्डर तक तथा वार्ड 28 से 31 की सभी कालोनियों का सर्वे करेंगे।
कोरोना के बाद घटीं थी स्ट्रीट वेंडरों की संख्या
प्रदेश के बड़े शहरों की तर्ज पर बहादुरगढ़ में भी स्ट्रीट वेंडर पालिसी लागू करने के लिए मार्च 2018 में सर्वे कराया गया था। नगर परिषद को इस सर्वे की रिपोर्ट जनवरी 2019 में मिली थी। सर्वे में पूरे शहर में 2102 स्ट्रीट वेंडर मिले थे, दो साल से कोरोना महामारी की वजह से बहादुरगढ़ में करीब 1300 स्ट्रीट वेंडर रह गए थे। अब फिर से इनकी संख्या करीब 1600 हो गई है। नगर परिषद अब तक इन स्ट्रीट वेंडरों को भी शहर में कहीं पर भी जगह नहीं दे पाई है। अब नप ने सेना की जमीन को लीज पर लेकर यहां पर पार्किंग और स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाने का निर्णय लिया है।
वर्जन…
स्ट्रीट वेंडर पालिसी के तहत रेहड़ी पटरी वालों का सर्वे कराया जाएगा। इसके लिए छह टीमों का गठन किया गया है। चार जून तक सर्वे की रिपोर्ट पूरी करनी होगी।
-संजय रोहिल्ला, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद, बहादुरगढ़।
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