IPS Story, Rajasthan News: राजस्थान में अनोखा मामला देखने को मिला. यहां के एक जिले के एसपी का जब ट्रांसफर हुआ, तो उनकी विदाई के लिए बकायदा घोड़ी गाड़ी, यानी बग्घी, बुलाई गई. गाजे-बाजे के साथ लोगों ने उन्हें विदा किया. इतना ही नहीं, ढोल-ढमाकों के बीच पुलिसकर्मियों ने भी जमकर डांस किया. अब इसका फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
कौन हैं ये एसपी साहब?
यह पूरा मामला राजस्थान के नीम का थाना जिले का है. यहां के पुलिस अधीक्षक एसपी प्रवीण नायक नूनावत का ट्रांसफर चूरू जिले के लिए हुआ है. वह लगभग आठ महीने तक नीम का थाना जिले के एसपी रहे. ट्रांसफर के बाद जब बुधवार को उनकी विदाई का समय आया, तो पुलिसकर्मियों ने उनकी शाही विदाई का इंतजाम कर दिया. एसपी साहब की विदाई के लिए बग्घी मंगाई गई, जिसमें उन्हें बैठाया गया. उनके गले में फूलों की माला और सिर पर पगड़ी पहनाई गई. बैंड-बाजा बुलाया गया और एसपी कार्यालय से जुलूस निकालकर बाजार में घुमाया गया, तब जाकर उन्हें विदा किया गया. पुलिसकर्मियों ने एक-एक करके एसपी के साथ सेल्फी ली और जमकर डांस भी किया. बताया जा रहा है कि शायद ही किसी आईपीएस अधिकारी को इससे पहले कभी इस तरह विदा किया गया हो.
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प्रवीण नायक नूनावत कैसे बने आईपीएस?
प्रवीण नायक नूनावत ने 2018 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी. यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया लेवल पर 610वीं रैंक हासिल की थी. वह 2019 बैच के राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. द हिंदू में छपी एक खबर के मुताबिक, प्रवीण नायक नूनावत मूल रूप से तेलंगाना के करीमनगर के रहने वाले हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीमनगर जिले के भीमादेवापल्ली मंडल के एर्राबेले गांव के निवासी हैं और वह आदिवासी समाज से आते हैं. बताया जाता है कि एक बार उनके स्कूल के कार्यक्रम में कलेक्टर देबब्रत कांता आए थे, जिन्हें देखकर प्रवीण ने भी प्रशासनिक सेवा में जाने का निर्णय लिया था, और वह तभी से आईएएस-आईपीएस बनने का सपना देखने लगे. ips.gov.in पर होम मिनिस्ट्री के एक लेटर में बताया गया है कि 2019 बैच के आईपीएस प्रवीण नायक नूनावत को 16 दिसंबर 2022 को राजस्थान कैडर के आईपीएस के रूप में कंफर्मेशन दी गई. इसके बाद प्रवीण नायक नूनावत राजस्थान में कार्यरत हैं. बताया जा रहा है कि नीम का थाना जिले में 8 महीने के कार्यकाल में उन्होंने जहां गैंगवार पर अंकुश लगाया, वहीं कई अन्य क्राइम की घटनाओं का खुलासा भी किया, जिससे कि यहां के पुलिसकर्मियों से लेकर जनता तक उनकी कार्यशैली की मुरीद हो गई.
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