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हिसार। जिले में बीते छह महीनों में बीपीएल सूची की बड़ी छंटनी की गई है। नागरिक संसाधन सूचना विभाग ने जून 2025 से अब तक 70,661 बीपीएल राशन कार्ड रद्द कर दिए, जिसके चलते 2.50 लाख से अधिक लोग सरकारी राशन से बाहर हो गए हैं। कार्ड कटने के बाद रोजाना 40–50 लोग अपनी शिकायत लेकर कार्यालय पहुंच रहे हैं। मई 2025 तक जिले में बीपीएल कार्डों की संख्या 3.65 लाख थी, जो नवंबर 2025 में घटकर 2.95 लाख रह गई।
वर्ष 2024 में बीपीएल कार्डों की संख्या 3.65 लाख तक पहुंच गई थी, जिससे स्थिति यह बनी कि जिले की लगभग 70 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे दिखाई देने लगी। जिले की आबादी करीब 17 लाख है, ऐसे में 13.24 लाख लोग बीपीएल कैटेगरी में दर्ज होना स्वयं में सवाल खड़े कर रहा था। विधानसभा में भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बजट सत्र में अपात्र लोगों से 15 अप्रैल तक अपना कार्ड स्वयं कटवाने का आग्रह किया था, लेकिन किसी ने आवेदन नहीं दिया। इसके बाद विभाग ने स्वत: सत्यापन कर छंटनी शुरू की।
2023–24 में रिकॉर्ड बढ़ोतरी, दो साल में जुड़े 1.61 लाख बीपीएल कार्ड
वर्ष 2023 में एक साल में 1.06 लाख नए बीपीएल कार्ड बने, जबकि 2024 में 55 हजार नए कार्ड जारी किए गए। दो वर्षों में कुल 1.61 लाख बीपीएल कार्ड जुड़ गए, जिससे बीपीएल परिवारों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई थी।
तीन दिन में ही बने 1.14 लाख नए कार्ड
नवंबर 2024 में जारी नई बीपीएल सूची में केवल तीन दिनों में 1,14,500 परिवारों को बीपीएल श्रेणी में शामिल किया गया। डाटा के अनुसार प्रदेश में पहले से 50,75,059 बीपीएल कार्ड धारक थे, जो बढ़कर 51,89,559 परिवार हो गए। कुल 2 करोड़ 11 लाख 36 हजार 3 सदस्य बीपीएल श्रेणी में पंजीकृत हैं। विधानसभा चुनाव से पूर्व फैमिली आईडी में अलग-अलग परिवार बनाने वाले लोगों के नए कार्ड भी जारी किए गए, जिससे कार्डों की संख्या और बढ़ गई।
वर्ष
2020 दिसंबर 205120
2021 दिसंबर 204800
2022 दिसंबर 203428
2023 दिसंबर 309661
2024 दिसंबर 364750
2025 जनवरी 354736
2025 फरवरी 361624
2025 मार्च 362349
2025 अप्रैल 362204
2025 मई 365649
2025 जून 348820
2025 जुलाई 341338
2025 अगस्त 332683
2025 सितंबर 329719
2025 अक्तूबर 308455
2025 नवंबर 294988
किस महीने में कितने राशन कार्ड काटे गए
जून 16829
जुलाई 7482
अगस्त 8656
सितंबर 2963
अक्तूबर 21264
नवंबर 13467
कुल -70661
चार महीने पहले हमारा राशन कार्ड काट दिया गया। मैं अनपढ़ होने के चलते कार्ड कटने के बारे में मुझे पता नहीं। निर्माण कार्य में मजदूरी करते हैं। मैं ही मजदूरी करने जाता हूं। मैं एक दो बार बरवाला गया तो वहां भी किसी तरह की सुनवाई नहीं हो सकी।
– भूप सिंह, गांव बहबलपुर।
मेरा राशन कार्ड काट दिया गया। पिछले चार महीने से राशन नहीं मिल रहा। अब किसको शिकायत करें। राशन कार्ड काटने के बारे में किसी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। राशन मिलता था तो परिवार की मदद हो जाती थी। बिना जांच के ही राशन कार्ड काटे जा रहे हैं।
– संजना, बहबलपुर।
विभाग ने हमारा राशन कार्ड काट दिया है।मेरे माता पिता की आय 6 लाख रुपये दिखा दी है। हकीकत में मेरे माता-पिता की आय एक लाख से भी कम है। हमारे घर की छत बारिश में टपकती है। बिना किसी सर्वे हमारा राशन कार्ड काटा गया। हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
– सुरेंद्र, सीसवाला।
हर महीने बीपीएल राशन कार्ड अपडेट होते हैं। लोगों की आय के हिसाब से यह कम ज्यादा होते रहते हैं। मासिक आय, मकान,बिजली बिल,चार पहिया वाहन सहित कुछ अन्य मानक बीपीएल कार्ड का आधार हैं। जिला स्तर पर राशन कार्ड नहीं काटे जाते।हमारे पास मुख्यालय की ओर से ही रिपोर्ट आती है।
– अभिषेक बंसल, जिला मैनेजर, नागरिक संसाधन सूचना विभाग।
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Hisar News: 6 महीने में 70,661 बीपीएल राशन कार्ड पर कैंची, 2.50 लाख लोग हुए राशन से वंचित


