हांसी। शहरी स्थानीय निकाय की तरफ से हांसी, बरवाला व उकलाना में स्वच्छ भारत मिशन के तहत करीब 1.90 करोड़ रुपये की लागत से 14 विशेष शौचालय बनेंगे। इस सुविधा का फायदा बाजार में आने वाले लोगों को तो मिलेगा, साथ ही रिहायशी क्षेत्रों के हालात भी सुधरेंगे। यहां पर दिव्यांगों के लिए रैंप, महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर मशीन की सुविधा होगी। इस शौचालय के आसपास हरियाली का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। साथ ही यह आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित शौचालय बनाए जाएंगे।
इन शौचालयों को एस्पिरेशनल शौचालय कहा जाएगा। नगर परिषद के अधिकारियों के अनुसार इसके साथ ही छोटे बच्चों के लिए फीडिंग रूम भी बनाया जाएगा। इसके लिए जिम्मेदारी नगर परिषद व नगर पालिका के अधिकारियों को दिया गया है। अधिकारियों ने इसके लिए जगह ढूंढने का काम भी शुरू कर दिया है। इसके लिए हांसी में गांधी मार्केट, लाला हुक्मचंद जैन पार्क, हिसार चुंगी व उमरा गेट के समीप शौचालय बनाने के लिए जगह देखी जा रही है। इस शौचालय की दीवार पर विज्ञापन बोर्ड लगाने के लिए जगह भी छोड़ी जाएगी। साथ ही इसका रखरखाव भी बेहतर तरीके से करना होगा।
यह मिलेंगी सुविधाएं
एस्पिरेशनल शौचालय सुविधायुक्त एक विशेष तौर पर तैयार किया गया शौचालय होगा। इसमें टिशू पेपर के अलावा हैंड ड्राई मशीन, महिला शौचालयों में वेंडिंग मशीन, दाग मुक्त दीवार और फर्श आदि सुविधाएं शामिल होंगी। इसके साथ ही बच्चों के लिए कम ऊंचाई के शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा। दीवारों पर स्वच्छता से संबंधित पेंटिंग भी उकेरी जाएगी। इसमें महिलाओं के लिए अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाएं होंगी। साथ ही शौचालयों का विशिष्ट डिजाइन तैयार किया जाएगा।
हांसी में आठ, बरवाला में 3 व उकलाना में 3 बनेंगे
शहरी स्थानीय निकाय की तरफ से हांसी में 89.50 लाख रुपये की लागत से आठ शौचालय बनेंगे। वहीं 89 लाख रुपये की लागत से बरवाला व उकलाना में तीन-तीन शौचालय बनेंगे। इसके लिए ग्रांट भी संबंधित परिषद व पालिका को जल्द जारी की जाएगी।
अभी यह है स्थिति
बाजारों में शौचालय न होने के कारण लोगों को अक्सर परेशानी होती है। खासतौर पर महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। बीते दिनों ही शहीद भगत सिंह पार्क के साथ नगर परिषद की तरफ से सार्वजनिक शौचालय बनवाया गया है। इसके अलावा नगर परिषद कार्यालय के बाहर शौचालय है। बाजार में अन्य कोई भी शौचालय नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों से खरीददारी करने के लिए आने वाले लोगों को सबसे ज्यादा समस्या होती है। नगर परिषद ने दो वर्ष पहले छह शौचालय बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन अधिकारियों के अनुसार जमीन न मिलने से शौचालयों का निर्माण नहीं हो पा रहा है।
वर्जन
एस्पिरेशनल शौचालय बनाने के लिए निर्देश मिले हैं। इसके लिए जल्दी ही बजट मिल जाएगा। अभी शौचालय के लिए जमीन चिह्नित की जा रही है। उसके बाद निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
– जयवीर सिंह डूडी, एक्सईएन, नगर परिषद