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हिसार। शाम छह बजे तक मतदान के आंकड़े आने के बाद मतदान प्रतिशत बढ़ाने की प्रशासन की तमाम कवायद पर पानी फिर गया। शाम पांच बजे तक जिले भर में 65.70 फीसदी मतदान हुआ। इस लिहाज से 34.3 फीसदी लोग मतदान के लिए घरों से ही नहीं निकले। इस बार जिले में 13,64,170 मतदाता थे। इनमें से 8,96,259 मतदाताओं ने मतदान किया और 4,67,910 लोग मतदान केंद्रों पर ही नहीं पहुंचे।
पिछले चुनाव के मुकाबले मतदान 5 प्रतिशत घटा
वर्ष 2019 के चुनाव में मतदान प्रतिशत के आंकड़ों पर नजर डाले तो उस समय जिलेभर में मतदान प्रतिशत 70.82 था, जबकि इस बार 65.70 रहा। इस हिसाब से मतदान 5.12 प्रतिशत घटा है। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में जिले में 77.58 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
कम मतदान के ये रहे कारण
– सरकार के प्रति उदासीनता
– एक दिन का अवकाश लेकर 5 दिन की छुट्टियां
– नवरात्र के व्रत के कारण
हिसार में सबसे कम, आदमपुर में सबसे ज्यादा मतदान
जिले के सभी हलकों की बात करें तो हिसार के लोगों ने मतदान में सबसे कम रुचि दिखाई। यहां 57 प्रतिशत लोगों ने ही मतदान किया। वहीं आदमपुर हलके के लोग मतदान करने में सबसे आगे रहे। यहां 72.90 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए ये किए प्रयास
जिला प्रशासन ने इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए काफी प्रयास किए। राहगीरी कार्यक्रम के आयोजन से लेकर शिक्षण संस्थानों में मतदान की शपथ लेना, विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कराना, रैली निकालना, बुजुर्गों व दिव्यांगों को घर-घर वोटिंग की सुविधा प्रदान करना आदि गतिविधियां की गईं। इसके बावजदू मतदान प्रतिशत बढ़ाने में नाकाम रहे।
पिछले 3 विधानसभा चुनाव में जिले में मतदान
वर्ष मतदान प्रतिशत
2009 75.27
2014 77.58
2019 70.82
हमने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के भरसक प्रयास किए। इसके कुछ अच्छे परिणाम भी आए हैं और कुछ हलकों में इसका असर भी देखने को मिला है। अभी यह फाइनल परिणाम नहीं है। इसमें अभी और संशोधन होना बाकी है। – प्रदीप दहिया, जिला निर्वाचन अधिकारी, हिसार।
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Hisar News: हर कवायद बेकार, 34.3 फीसदी लोगों ने नहीं किया मतदान