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लाला बलवंत राय तायल, स्वतंत्रता सेनानी।
हिसार। आजादी के दिन ऐतिहासिक कटला रामलीला मैदान के भवन की छत से तिरंगा फहराने वाले स्वतंत्रता सेनानी बलवंत राय तायल का नाम हिसार के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले क्रांतिकारियों में प्रमुख रूप से लिया जाता है। स्वतंत्रता सेनानी के बेटे नरेंद्र तायल ने उनके जीवन से जुड़ी यादाें के बारे में बताया। इसके अलावा बताया कि अपने पिताजी की पुण्यतिथि हवन करके मनाते हैं। जरूरतमंदों की मदद के लिए उन्होंने जन कल्याण कोष नाम से ट्रस्ट भी बनाया हुआ है, लेकिन वह अभी रजिस्टर्ड नहीं हुआ है। इसके बावजूद जो भी मदद के लिए आता है उसकी मदद की जाती है। हरियाणा पंजाब की गजटियर में भी उनकी जीवनी पर लिखा गया है। इसके अलावा आजादी के दौरान छपी किताबों में भी उनका जिक्र है।
नरेंद्र तायल ने बताया कि मेरे पिताजी लाला बलवंत राय तायल 1939 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। अगले साल ही सत्याग्रह आंदाेलन शुरू हुआ ताे वह उसमें शामिल हाे गए। 10 फरवरी 1941 काे सरकार विराेधी भाषण देने की सजा के ताैर पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 1 साल तक जेल में रखा। 1942 में 5 जून और 15 अगस्त काे बलवंत राय तायल को फिर से गिरफ्तार किया। देश की आजादी के बाद हिसार नगर पालिका में बाबूजी 1948 से लेकर 1951 तक नगर पालिका के प्रधान रहे। 1952 में विधायक बने। वह हरियाणा में भजनलाल सरकार के दाैरान भी वित्तमंत्री के पद पर रहे। इसके बाद भी सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेते रहे हैं।
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Hisar News: स्वतंत्रता दिवस पर कटला में भवन की छत पर फहराया था तिरंगा