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हिसार की मंडी में लगी धान की ढेरी की सफाई करते मजदूर।
हिसार। नई अनाजमंडी में धान की आवक शुरू हो चुकी है। सोमवार को मंडी में 1000 क्विंटल धान पहुंचा। ऐसे में धान खरीद के लिए आज से मिलर्स आने की उम्मीद है। धान हैफेड के माध्यम से खरीदा जाएगा। धान का सरकारी रेट 2300 रुपये प्रति क्विंटल है।
बता दें, कि जिले के अन्य मंडियों में तो काफी समय से धान आ रहा है। मगर हिसार की नई अनाजमंडी में सोमवार को 15 से ज्यादा किसान धान लेकर पहुंचे। पहली बार धान खरीद के लिए हिसार की मंडी अलॉट की गई है। दि हिसार कॉपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी लिमिटेड के सेल्समैन अनिल कुमार ने बताया कि धान की खरीद को लेकर हमारी ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है। मंडी में धान पहुंच चुका है।
मंडी में धान पर एक नजर
सोमवार को मंडियों में पहुंचा 3710 मिट्रिक टन धान
अब तक धान की आवक : 21462 मिट्रिक टन
सोमवार को सरकारी खरीद : 2689 मिट्रिक टन
अब तक कुल खरीद : 6396 मिट्रिक टन
सोमवार को उठान: 229 मिट्रिक टन
अब तक उठान : 1103 मिट्रिक टन
उठान बाकी : 5293 मिट्रिक टन
बाजरे की आवक, खरीद का विवरण
सोमवार को मंडियों में पहुंचा बाजरा : 846 मिट्रिक टन
अब तक कुल आवक : 3574 मिट्रिक टन
सोमवार को सरकारी खरीद : 911 मिट्रिक टन
अब तक कुल खरीद : 3159 मिट्रिक टन
सोमवार को उठान : 401 मिट्रिक टन
अब तक उठान : 1725 मिट्रिक टन
उठान बाकी : 1434 मिट्रिक टन
धान की खरीद के लिए ये मंडियां अलॉट
बरवाला, बास, बालसमंद, दौलतपुर, हांसी, खेड़ी जालब, लोहारी राघो, नारनौंद, पाबड़ा, सिसाय, उकलाना, घिराय और हिसार की नई अनाजमंडी
इन मंडियों में बाजरा की खरीद
बास, हिसार की नई अनाजमंडी, आदमपुर, नारनौंद, बरवाला, हांसी, बालसमंद, कैमरी और खेड़ी जालब
उठान में लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर होगी कार्रवाई : गर्ग
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने आढ़ती व किसानों से बातचीत करने के बाद कहा कि सरकार द्वारा धान की खरीद ना करने से किसान बर्बादी के कगार पर है। सरकार की गलत नीतियों के कारण हरियाणा की अनाज मंडियां पूरी तरह धान से अट चुकी हैं।
गर्ग ने कहा कि सरकार की तरफ से बहुत धीमी गति से धान का उठान होने से किसान व आढ़ती परेशान है। पैसे खाने के चक्कर में सरकारी अधिकारी जान बूझकर धान खरीद में देरी कर रहे हैं। सरकार को सरकारी खरीद एजेंसियों के अधिकारियों की जिम्मेदारी फिक्स करनी चाहिए कि 72 घंटे के अंदर-अंदर किसान की धान की खरीद, उठान व भुगतान होना चाहिए। जो भी सरकारी अधिकारी खरीद व उठान में लापरवाही बरते सरकार उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे।
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Hisar News: नई अनाजमंडी में पहुंचा 1000 क्विंटल धान, आज से खरीद की उम्मीद