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हांसी वार्ड 3 में पेयजल लाइन न आने के कारण रुका हुआ गली का निर्माण कार्य।
हांसी। जनस्वास्थ्य विभाग के पास पेयजल लाइन के लिए पाइप न होने से 50 किलोमीटर लंबी लाइन को बदलने का कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है। जबकि इसके लिए विभाग दो महीने पहले जींद की एक फर्म को टेंडर दे चुका है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पेयजल लाइन डालने के लिए मुख्यालय की तरफ से पाइप आने हैं, जो अभी तक नहीं आए हैं, जिसके कारण पेयजल लाइन डालने में देरी हो रही है। इससे करीब 12 गलियों का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हो पा रहा है।
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पेयजल लाइन डालने की इस पर करीब 19 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके लिए जींद की एक फर्म को दिसंबर महीने में टेंडर दिया जा चुका है। फर्म का कार्य पेयजल पाइप डालने का है, लेकिन पाइप मुख्यालय की तरफ से भेजे जाने हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यालय ने भी पाइप खरीदने के लिए आदेश दिया हुआ है, लेकिन अभी तक पाइप नहीं आए हैं। पाइप आने में देरी हो रही है। ऐसे में पाइप की इंतजार में टेंडर देने के बाद करीब दो महीने बीत चुके हैं। पाइप आने के बाद ही पेयजल लाइन डालने का काम शुरू होगा। बता दें कि शहर में करीब 120 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन है। इस पूरी पेयजल लाइन को बदला जा रहा है। इसमें से करीब 70 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन विभाग करीब दो वर्ष पहले डाल चुका है। अब 50 किलोमीटर लाइन को बदलने का काम लंबित है। विभाग के पास दो वर्ष से पेयजल पाइप नहीं है। इसलिए पुरानी पाइप लाइन बदलने का काम नहीं किया जा सका। 50 किलोमीटर नई पेयजल लाइन डाले जाने के बाद शहर में पेयजल सप्लाई में समस्या नहीं आएगी। क्योंकि पुरानी पाइप लाइन जल्दी टूट जाती है। जिसके कारण सप्लाई बाधित होती है। अब विभाग की तरफ से नई तकनीक से बना डीआई पाइप डाला जाएगा। जो कि जल्दी नहीं टूटेगी।
पेयजल पाइप के इंतजार में रुका है गलियों का निर्माण कार्य
जनस्वास्थ्य विभाग के पास बीते दो वर्ष से पेयजल पाइप लाइन डालने के लिए डीआई पाइप न होने के कारण शहर की दर्जनभर गलियों का निर्माण कार्य रुका हुआ है। गलियों का निर्माण रुकने से आमजन परेशान हो रहे हैं। कई गलियां ऐसी हैं जहां जनस्वास्थ्य विभाग ने लाइन डालने के लिए गली तो खोद दी। लेकिन पाइप न होने के कारण काम बीच में ही छोड़ दिया। शहर में वार्ड 1 में दो, वार्ड 3, वार्ड 13, वार्ड 15 व वार्ड 24 में 1-1 गलियों का निर्माण कार्य होना है। इन छह गलियों के निर्माण पर करीब 50 लाख रुपये खर्च होने हैं। इन गलियों के एस्टीमेट भी तैयार हैं। वहीं इसके अलावा करीब 5 अन्य गलियों का निर्माण भी होना है। यह भी निर्माण पेयजल पाइप लाइन न होने के कारण रुके हैं। वार्ड 3 में ओमप्रकाश चक्की वाली गली को जनस्वास्थ्य विभाग ने पेयजल लाइन डालने के लिए करीब दो वर्ष पहले तोड़ा था। लेकिन इसे तोड़े जाने के बाद यहां पर पाइप लाइन नहीं डाली गई।
पेयजल लाइन डाले जाने का टेंडर दिया जा चुका है। पाइप मुख्यालय की तरफ से आने हैं। पाइप आने के बाद नए पाइप डाले जाएंगे।- संजीव त्यागी, एक्सईएन, जनस्वास्थ्य विभाग
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Hisar News: टेंडर आवंटन के बाद भी नहीं आए पाइप, लाइन डालने का काम अटका