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गांव धांसू में फसलों में हुए नुकसान को जानने के लिए फसल को देखते किसान।
हिसार। जिले के 15 से अधिक गांवों में शुक्रवार सुबह-शाम हुई बारिश व ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। कृषि विभाग अभी प्राथमिक रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है। प्राथमिक रिपोर्ट सोमवार तक तैयार होने की संभावना है। किसानों ने दावा किया कि बरवाला और नारनौंद उपमंडल के गांवों में 5 मिनट हुई ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान धांसू, सुलखनी में दर्ज किया जा रहा है। किसानों ने कहा कि दो दिन बाद नुकसान का पूरा हिसाब-किताब आएगा।
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शुक्रवार को सुलखनी क्षेत्र के विभिन्न गांव में शाम को बारिश के साथ हुई भारी ओलावृष्टि व तेज हवा चलने के कारण किसानों की गेंहू की फसल तहस-नहस हो गई है। किसानों ने बताया कि पहले बारिश आई फिर ओले गिरे इसके बाद तेज हवा से गेहूं की फसल बिछ गई। जिससे दाना खराब हो गया। गेंहू की बालियां टूट कर नीचे गिर गईं। इसके अलावा सरसों की फसल भी ओलों की चपेट में आ गई। धांसू के किस राम प्रकाश बिश्नोई ने बताया कि उनके यहां पर गेहूं की फसल सरसों की फसल में ओले गिरे जिससे फसल बर्बाद हो गई। उन्होंने कहा कि अभी यह नहीं कह सकते कि कितना नुकसान हुआ है क्योंकि 3 दिन के बाद ही पता चल पाएगा की फसल कितनी बर्बाद हुई है। घिराय बालसमंद सब ब्रांच नजर से सुलखनी की तरफ ओले गिरे हैं। राजली में राणा डिस्ट्रीब्यूटरी से सुलखनी की साइड में गेहूं की फसल में ओले गिरे हैं। किसानों ने बताया कि धांसू, सुलखनी, बुगाना, राजली खानपुर सिंधड़ और सिंघवा राघो में ओलावृष्टि हुई।
दिसंबर में हुआ था नुकसान
इससे पहले दिसंबर महीने में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ था, जिसमें करीब 7 हजार से अधिक किसानों ने क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन किया है। अभी तक राजस्व विभाग इसका सत्यापन नहीं कर सका है। जिला प्रशासन की ओर से इसका सत्यापन कराया जाएगा।
प्रशासन और सरकार से फसलों की गिरदावरी कराकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द राहत नहीं मिली तो किसान मुख्यालय पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। दिसंबर महीने में हुई ओलावृष्टि के नुकसान का मुआवजा भी अब तक नहीं गया है। – कुलदीप खरड़, जिला अध्यक्ष, भाकियू
सभी खंड स्तर के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। दो दिन में रिपोर्ट मिल जाएगी। जिसके बाद ही पता लग सकेगा कि कितना नुकसान है। किसान नुकसान के बारे में क्लेम के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन करें।-डॉ. राजबीर सिंह, कृषि उप निदेशक, हिसार
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Hisar News: जिले के 15 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान, सोमवार को आएगी रिपोर्ट