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हांसी। शहर के दोनों जलघरों को बरवाला के पास से भाखड़ा से जोड़ने वाले पाइपलाइन प्रोजेक्ट में लगातार देरी हो रही है। 27 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने के लिए टेंडर और पाइप दोनों आ चुके हैं, लेकिन बरवाला रोड किनारे खेतों में जलभराव के कारण कार्य अभी शुरू नहीं हो सका है।
जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पाइपलाइन जमीन से 8-10 फीट गहरी बिछाई जाएगी, इसलिए खेतों से पानी पूरी तरह निकलने के बाद ही काम शुरू किया जा सकता है। अगर गर्मी से पहले यह काम पूरा नहीं हुआ तो लोगों को अगले वर्ष भी पेयजल राशनिंग झेलनी पड़ सकती है। इस साल भी गर्मियों में जलघरों में पानी खत्म होने से दस दिन तक परेशानी झेली गई थी।
एनएचएआई की अनुमति न मिलने से भी हुई देरी
बाईपास के पास नए जलघर को भाखड़ा से जोड़ने के लिए पाइपलाइन फ्लाईओवर के नीचे से सीधी बिछाने की योजना थी, लेकिन एनएचएआई ने अनुमति नहीं दी। अब पाइपलाइन मोड़कर बिछानी पड़ेगी, जिससे लागत बढ़ गई है।
अभी 35 से 40 दिन में आता है जलघरों में पानी
अभी दोनों जलघरों में पेटवाड़ डिस्ट्रीब्यूटरी से पानी भरा जाता है। डिस्ट्रीब्यूटरी में यमुना का पानी आता है। जो कि करीब 35 से 40 दिन के बाद आता है। गर्मियों में कई बार नहर में पानी आने में और भी ज्यादा देरी हो जाती है। वहीं भाखड़ा नहर में वर्ष में 11 महीने पानी रहता है। अधिकारियों का कहना है कि भाखड़ा से जोडने के बाद जलघरों में पानी की कमी नहीं रहेगी।
68 करोड़ रुपये होने हैं खर्च
बरवाला रोड पर स्थित बरवाला ब्रांच से दोनों जलघरों को जोड़ने की पूरी योजना पर 68 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। यहां 27 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जानी है। इसमें 900, 700 व 500 एमएम के पाइप डाले जाएंगे। इसमें 900 एमएम की 17 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन, 700 एमएम की 4 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन व 500 एमएम की 6 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली जाएगी। कार्य के लिए टेंडर भिवानी की एक फर्म को दिया हुआ है। फर्म को यह काम शुरु होने के बाद एक वर्ष के अंदर पूरा करना होगा।
जलभराव के कारण पाइपलाइन बिछाने का कार्य रुका हुआ है। खेतों से पानी पूरी तरह निकलने के बाद ही काम शुरू किया जा सकेगा। – संजीव त्यागी, एक्सईएन, जनस्वास्थ्य विभाग।
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Hisar News: खेतों में जलभराव, भाखड़ा से जलघरों को जोड़ने का काम प्रभावित, विभाग निकासी के इंतजार में

