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हिसार। आचार संहिता लगने से सेक्टर 14 पार्ट टू व 33 के निवासियों का पार्कों के लिए इंतजार बढ़ गया है। आचार संहिता न हटने तक दोनों सेक्टरों में पार्कों का निर्माण कार्य शुरू नहीं कराया जा सकता। उधर, हालात यह है कि सेक्टर-14 पार्ट टू में आज तक एक भी पार्क विकसित नहीं हो सका है। वहीं सेक्टर-33 में भी 9 में से 3 पार्कों का निर्माण नहीं हो सका है।
बता दें कि एचएसवीपी की तरफ से वर्ष 2017 में प्लॉटधारकों को सेक्टर 14 पार्ट टू के प्लॉट का मालिकाना हक दिया गया था। मगर तब से आज तक सेक्टर का एक भी पार्क विकसित नहीं किया गया है, जबकि सेक्टर में 6 पार्क हैं। यही नहीं एचएसवीपी ने पार्क के सामने वाले प्लॉटधारकों से पार्क का अतिरिक्त शुल्क भी वसूला था। सेक्टरवासी लंबे समय से इन पार्कों को विकसित करने की मांग उठा रहे हैं।
5 एजेंसियाें ने किया आवेदन
एचएसवीपी की तरफ से सेक्टर-14 पार्ट टू के 6 पार्कों को विकसित करने को लेकर लगाए गए टेंडर के लिए 5 एजेंसियों ने आवेदन किया है। अब इन टेंडर की तकनीकी व वित्तीय बोली की जांच की जाएगी और उसके बाद टेंडर अलॉट किया जाएगा। इस टेंडर के तहत सेक्टर के 6 पार्कों की चहारदीवारी, ग्रिल व गेट लगाने का काम किया जाएगा, जिस पर करीब 70.92 लाख रुपये खर्च आने का अनुमान है।
2 पार्कों का टेंडर अलॉट
उधर, सेक्टर 33 के 2 पार्कों को विकसित करने को लेकर लगाए गए टेंडर को अलॉट कर दिया गया है। सेक्टर में कुल 9 पार्क है, जिनमें से 6 पार्कों को विकसित किया जा चुका है, जबकि 3 पार्क अभी बाकी है। हालांकि जिन 6 पार्कों को विकसित किया जा चुका है, उनमें अभी तक हरियाली विकसित नहीं की गई है।
उधर, सेक्टर 33 के 2 पार्कों को विकसित करने को लेकर लगाए गए टेंडर को अलॉट कर दिया गया है। सेक्टर में कुल 9 पार्क है, जिनमें से 6 पार्कों को विकसित किया जा चुका है, जबकि 3 पार्क अभी बाकी है। हालांकि जिन 6 पार्कों को विकसित किया जा चुका है, उनमें अभी तक हरियाली विकसित नहीं की गई है।
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Hisar News: आचार संहिता के कारण सेक्टर 14 पार्ट टू व 33 के निवासियों का पार्कों के लिए इंतजार बढ़ा