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चेतन वर्मा
हिसार। जिले में शहरी हो या फिर ग्रामीण तबका, निरक्षर अब अंगूठा टेक के बजाय आखर ज्ञान से साक्षर बनेंगे। शिक्षा विभाग मार्च 2025 तक जिले के 54960 निरक्षरों को साक्षर बनाने की तैयारी में जुट गया है। शिक्षा निदेशालय ने हिसार जिले के डीईओ को जिम्मेदारी सौंपी है। प्रथम चरण में 39 हजार से अधिक निरक्षरों की पहचान कर उन्हें आखर ज्ञान से जोड़ा जाएगा। इस मुहिम को रफ्तार देने के लिए जिले में 4214 स्वयंसेवकों को जोड़ा जा चुका है। इसके अतिरिक्त 798 वॉलंटियर्स को मुहिम से जोड़ा जाएगा।
शिक्षा निदेशालय की ओर से स्पष्ट किया गया है कि मार्च 2025 में उल्लास कार्यक्रम के तहत परीक्षा ली जाएगी। इसमें पता लगाया जाएगा कि मुहिम से जुड़कर निरक्षरों ने कितना फायदा उठाया। इसके लिए वॉलंटियर्स व स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों की मदद ली जाएगी। साथ ही आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स को मुहिम में शामिल किया जाएगा।
खंड – कुल निरक्षर पहचान हुई स्वयंसेवक
– आदमपुर – 1725 – 1489 – 562
– अग्रोहा – 1612 – 1479 – 467
– बरवाला – 3249 – 3016 – 936
– हांसी प्रथम – 1172 – 1019 – 289
– हांसी द्वितीय – 4263 – 3900 – 778
– हिसार प्रथम – 1243 – 975 – 290
– हिसार द्वितीय – 1514 – 741 – 318
– नारनौंद – 3112 – 2851 – 190
– उकलाना – 2318 – 2277 – 384
– कुल योग – 20208 – 17747 – 4214
शिक्षा निदेशालय की ओर से मार्च 2025 तक जिले में 54960 निरक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य दिया गया है। स्कूल प्रबंधन कमेटी, आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स की भी मदद ली जाएगी। प्रथम चरण के लिए 17 हजार की पहचान कर ली गई है। – जोगेंद्र, प्रभारी, उल्लास कार्यक्रम, शिक्षा विभाग, हिसार।
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Hisar News: अंगूठा टेक नहीं, अब आखर ज्ञान से बनेंगे साक्षर