फायर ब्रिगेड कार्यालय में खड़ी गाड़ियां।
हांसी। लंबे समय से शहर के अग्निशमन दल के पास आधुनिक उपकरणों की कमी बनी हुई है। इस कारण आग बुझाने व नहर में डूबने वाले लोगों की जान बचाने जैसे कार्यों में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। 9 में से चार गाड़ियां कंडम हो चुकी हैं। वहीं अग्निशमन दल के पास ऑक्सीजन मास्क, सर्च टार्च और कटर जैसे उपकरण भी नहीं हैं।
वहीं केमिकल की आग बुझाने के लिए फोम (झाग) वाले अग्निशमन यंत्र की गाड़ी तो आई हुई है, लेकिन बचाव ऑपरेशन के लिए कोई भी उपकरण उपलब्ध नहीं है। यही नहीं अग्निशमन दल में कर्मचारियों की भी कमी है। कर्मचारियों का कहना है कि आग बुझाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जैसे मास्क, जूते, फायर ड्रेस आदि उन्हें नहीं दिए गए हैं। अग्निशमन दल में 2 ही ऐसे कर्मचारी हैं जिन्होंने आग बुझाने का प्रशिक्षण लिया हुआ है।
सुरक्षा किट की भी कमी
शहर के किसी भी तरह के बचाव ऑपरेशन में कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाते हैं। अग्निशमन दल के कर्मचारी रेस्क्यू सुरक्षा किट के लिए कई बार अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं लेकर इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
रेस्क्यू गाड़ी की जगह भेज दी फोम टेंडर गाड़ी
अग्निशमन दल के कर्मचारियों ने रेस्क्यू गाड़ी की डिमांड की थी। मगर रेस्क्यू गाड़ी की जगह फोम टेंडर गाड़ी भेज दी गई। इस गाड़ी से केवल तेल से लगने वाली आग पर काबू पाया जा सकता है।
अग्निशमन दल के बेड़े में पांच गाड़ियां हैं फिट
लंबे समय से हांसी के अग्निशमन दल के बेड़े में गाड़ियों की कमी बनी हुई है। आग लगने की घटनाओं पर काबू पाने के लिए बेड़े में पांच गाड़ियां हैं और 4 गाड़ियां कंडम हो चुकी हैं। अग्निशमन दल के पास 6000 लीटर, 10000 लीटर, 7500 लीटर, 2000 लीटर और 7500 लीटर की क्षमता वाली गाड़ियां हैं। हांसी अग्निशमन दल में कुल 23 कर्मचारी तैनात हैं।
75 गांव और हांसी शहर की जिम्मेवारी
हांसी अग्निशमन दल के अधीन करीब 75 गांव व पूरा हांसी शहर आता है। यदि एक समय में एक से ज्यादा जगहों पर आग लग जाती है तो अग्निशमन दल की व्यवस्था भी दम तोड़ती हुई नजर आती है। क्षेत्र के हिसाब से उपलब्ध गाड़ियों की संख्या भी पर्याप्त नहीं है।
गाड़ियों की कमी व रेस्क्यू उपकरण के बारे में कई बार विभाग को पत्र लिखे चुके हैं। मगर अभी तक उपकरण नहीं आए हैं। अग्निशमन दल का क्षेत्र काफी बड़ा है। ऐसे में विभाग को जल्द से जल्द हांसी स्टेशन पर और गाड़ियां उपलब्ध करवानी चाहिए। इसके अलावा रेस्क्यू के उपकरण की भी कमी है।
राजीव भारद्वाज, फायर ऑफिसर
Hisar News: आधुनिक उपकरणों की कमी से जूझ रहा अग्निशमन दल, 9 में से चार गाड़ियां कंडम