Haryana Politics: बीजेपी-जेजेपी के रिश्तों में दरार, गठबंधन टूटा तो क्या गिर जाएगी खट्टर सरकार?


BJP-JJP Alliance: महम के विधायक बलराज कुंडू सरकार के साथ नहीं हैं। बाकी छह विधायक रणजीत सिंह चौटाला, नयनपाल रावत, धर्मपाल गोंदर, रणधीर सिंह गोलन, सोमबीर सिंह सांगवान व राकेश दौलताबाद सरकार के साथ हैं।

 

BJP-JJP Clash
क्या टूट जाएगा बीजेपी-जेजेपी गठबंधन
चंडीगढ़: हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है। दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। ये जुबानी जंग हरियाणा के बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब के उस बयान के बाद शुरू हुई जब उन्होंने पार्टी नेता प्रेमलता को उचानाकलां सीट पर अगला विधायक बता दिया था। जिसके बाद दोनों दल एक दूसरे को ये जताने में लगे हैं कि उन्होंने गठबंधन करके कोई अहसान नहीं किया। इस जुबानी जंग के बीच बीजेपी-जेजेपी गठबंधन रहेगा या नहीं, इसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। हरियाणा के कुल 90 विधानसभा सीटे हैं। सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों की जरूरत है। बीजेपी के पास 41 तो जेजेजपी के 10 विधायक है। अगर बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूटता है तो क्या खट्टर सरकार गिर जाएगी। जानिए हरियाणा की राजनीति का पूरा समिकरण क्या कहता है।90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में सरकार गठन के लिए 46 विधायकों की जरूरत है। आदमपुर उपचुनाव में जीत के बाद बीजेपी विधायकों की संख्या 41 हो चुकी हैं। जेजेपी के 10 विधायकों का समर्थन सरकार के साथ है। अगर गठबंधन टूटता है तो बीजेपी को सरकार में बने रहने के लिए पांच और विधायकों की जरूरत होगी। अगर गठबंधन टूटता है तो बीजेपी को सरकार में बने रहने के लिए पांच और विधायकों की जरूरत होगी। 6 निर्दलीय विधायक खुलकर सरकार के साथ हैं। सरकार को गोपाल कांडा का भी समर्थन है। ऐसी स्थिति में भी बीजेपी के पास कुल संख्या बल 48 बनता है। यदि जेजेपी से साथ गठबंधन टूटता है तो निर्दलीय विधायकों का मंत्री बनने का सपना भी पूरा हो सकता है।

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चार निर्दलीय विधायकों ने की बीजेपी के प्रदेश प्रभारी से मुलाकात
हरियाणा के चार निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी के प्रदेश प्रभारी बिप्लव देब से गुरुवार मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब बीजेपी और जेजेपी के बीच मतभेदों की खबर सामने आ रही है। इस मुलाकात के बा बिप्लव देब ने एक बयान में कहा कि बैठक में हरियाणा के विधायक धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, रणधीर सिंह और सोमवीर सांगवान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ‘डबल इंजन’ सरकार के तहत राज्य की प्रगति के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
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बीजेपी ने क्यों मिलाया था जेजेपी से हाथ
2019 में बहुमत हासिल करने में विफल रहने के बाद हरियाणा में सरकार बनाने के लिए बीजेपी ने जेजेपी से हाथ मिलाया था। जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। दोनों दलों के नेताओं ने हाल ही में यह कहते हुए एक-दूसरे पर कटाक्ष किया कि जेजेपी ने भाजपा को समर्थन देकर कोई एहसान नहीं किया, क्योंकि क्षेत्रीय दल भी सरकार में शामिल हो गए हैं। दोनों दल इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि क्या वे 2024 के विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे।
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रिश्तों में क्यों आई दरार
हरियाणा के बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब ने पार्टी नेता प्रेमलता को उचानाकलां सीट पर अगला विधायक बता दिया। इसके बाद दोनों पार्टी नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया। खुद डिप्टी सीएम तक ने बिप्लब देब पर निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया कि पता नहीं किसी के पेट में क्यों दर्द हो रहा है? बिप्लब देब ने जेजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारी पार्टी से गठबंधन कर जेजेपी ने कोई एहसान नहीं किया है। हमारी पार्टी ने जेजेपी के कई विधायकों को मंत्री बनाया है। चौटाला के बयान पर बिप्लब देब ने फरीदाबाद कार्यक्रम में कहा कि मेरे पेट में कोई दर्द नहीं हो रहा है।

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