[ad_1]
Haryana Election
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात रहे विशेष अधिकारी (ओएसडी) इस बार चुनाव मैदान में उतरकर जनता आशीर्वाद लेना चाह रहे थे, लेकिन उनकी तैयारियां धरी की धरी गईं। टिकट के लिए भागदौड़ कर रहे ऐसे 10 नेताओं को भाजपा की सूची में जगह नहीं मिली है।
भाजपा हाईकमान ने मनोहर लाल और नायब सैनी के किसी भी ओएसडी और सलाहकार को टिकट नहीं दिया है, बल्कि फील्ड में जनता से जुड़कर रहने वाले नेताओं पर विश्वास जताया है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और मौजूदा सीएम नायब सिंह सैनी से नजदीकी के दम पर भाजपा के टिकट पर चुनावी ताल ठोकने के सपने देखने वाले नेताओं के सपनों पर हाईकमान ने पानी फेर दिया है।
इनमें पहला नाम पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी का है। बेदी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सचिव भी रहे हैं। वह शाहाबाद से अपना टिकट तय मान रहे थे, लेकिन उनका जमीन से जुड़ाव न होना और स्थानीय लोगों में उनके खिलाफ आक्रोश के चलते टिकट नहीं दिया गया।
सीएमओ में मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे चुके कैप्टन भूपेंद्र सिंह नलवा से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने रणधीर सिंह पनिहार पर भरोसा जताया है। पूर्व सीएम मनोहर लाल के दो बार ओएसडी रहे जवाहर यादव ने गुरुग्राम की बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारियां कर रखी थी।
[ad_2]
Haryana Election: सीएमओ में तैनात 10 ओएसडी की चुनाव लड़ने की हसरत रह गई अधूरी… इसलिए नहीं मिला टिकट