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राखीगढ़ी में साइट नंबर तीन पर निकाला कच्ची ईंटों का दो मंजिला भवन। – फोटो : संवाद
विस्तार
राखीगढ़ी में 20 से 22 दिसंबर तक तीन दिवसीय राखीगढ़ी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान गांव के स्टेडियम में कुश्ती दंगल होगा। वहीं, विद्यार्थियों को टीले नंबर 1, 2, 3 व 4 पर हेरिटेक वॉक कराई जाएगी। इस दौरान विद्यार्थियों को बताया जाएगा कि किस तरह से खोदाई का काम किया जाता है। यहां से निकलने वाली धरोहर को किस तरह से संरक्षित किया जाता है। उस वस्तु की आयु का किस तरह से पता लगाया जाता है।
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महोत्सव के दौरान मुख्य मंच के आसपास 100 से अधिक स्टॉल लगेंगी, जिनमें फूड स्टॉल, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की ओर संचालित स्टॉल, सरकारी की योजनाओं संबंधित स्टॉल शामिल हैं। महोत्सव के समापन पर बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शिरकत करेंगे। अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने शुक्रवार को लघु सचिवालय परिसर स्थित वीसी सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में राखीगढ़ी महोत्सव की तैयारियों के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
राखीगढ़ी महोत्सव विशेष रूप से इतिहास एवं संस्कृति के प्रति रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए उत्कृष्ट अवसर होगा। महोत्सव के दौरान पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) की ओर से पुरातत्व स्थलों की खोज और खोदाई की प्रक्रिया के बारे में सरल तरीके से बताया जाएगा। संग्रहालय का भ्रमण कराते हुए सेमिनार, व्याख्यान और वर्कशॉप के माध्यम से विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे
नारनौंद एसडीएम मोहित महराणा ने बताया कि स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से राखीगढ़ी महोत्सव में शिरकत करेंगे। राखीगढ़ी महोत्सव विद्यार्थियों के लिए सीखने और अनुभव करने का शानदार अवसर रहेगा। बैठक में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की उपनिदेशक डॉ. बनानी भट्टाचार्य, जिला शिक्षा अधिकारी प्रदीप नरवाल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी निर्मल दहिया, जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी रोहित कुमार, गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विवेक सैनी, इतिहासकार डॉ. महेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
पाटरी की वर्कशॉप
महोत्सव में पाटरी की वर्कशॉप भी होगी, जिसमें बताया जाएगा कि किस तरह से प्राचीन धरोहर की प्रतिलिपि बनाई जाती है। उसकी किन-किन बारीकियों को ध्यान में रखा जाता है। राखीगढ़ी में अब तक कितनी धरोहर मिली हैं, जिसमें सबसे प्राचीन धरोहर कौन सी है, उसकी कितनी प्रतिलिपि बनाई गई हैं।
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Haryana: हिसार के राखीगढ़ी के टीलों की हेरिटेज वॉक करेंगे विद्यार्थी, धरोहर के संरक्षण का जानेंगे तरीका