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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : Istock
विस्तार
जर्मनी भेजने के नाम पर युवकों को बेलारूस में बंधक बनाकर तीन युवकों से 54 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। इस संबंध में परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने दो महिलाओं समेत नौ आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने कुरुक्षेत्र के चार और अंबाला के पांच युवकों को बंधक बनाया था, जिन्हें रकम वसूलना के बाद रिहा किया गया, हालांकि कुरुक्षेत्र के तीन युवकों की ओर से ही शिकायत दी गई है।
थाना शहर थानेसर में दर्ज शिकायत में अजैब सिंह निवासी बलाही ने बताया कि उसकी आरोपी बगथला निवासी धर्मबीर के गांव में दुकान है, जहां वह आता-जाता था। आरोपी ने उसके बेटे सन्नी को 14 लाख रुपये में जर्मनी भेजने की बात तय कर 18 अप्रैल को ढाई लाख रुपये लेकर उसे फ्लाइट में चढ़ा दिया।
24 अप्रैल को आरोपी ने दो लाख रुपये मांगे तो उसने बेटे के जर्मनी पहुंचने के बाद रकम देने की गुहार लगाई, मगर आरोपी ने रुपये नहीं देने पर उसके बेटे को रास्ते में खत्म कराने की धमकी दी। मजबूर होकर उसने आरोपी के बताए खाते में रकम डाल दी। बाद में अलग-अलग समय पर 50 हजार और आरोपी के बताए खाते में डाले गए।
इसी दौरान आरोपी ने उसे बताया कि उसका बेटा जर्मनी पहुंच गया है और उसने बकाया रकम मांगी। दूसरी ओर बातचीत में बेटे ने बता दिया कि उसे बेलारूस में बंधक बना लिया गया है और आरोपियों ने दोबारा उससे चार लाख खाते में डलवा लिए।
इसी तरह जसबीर कौर निवासी नया दीवाना ने बताया कि आरोपी धर्मबीर ने उसके बेटे कर्णजीत सिंह को विदेश भेजने का झांसा देकर फंसा लिया और नौ लाख रुपये मांगे। उसने अपना घर गिरवी रखकर आरोपी के बताए खाते में साढ़े आठ लाख रुपये डाले दिए थे और आरोपी एक लाख रुपये नकद लेकर गया था। 28 जून को उसके पास विदेशी नंबर से कॉल आई, जिसमें आरोपियों ने उसके बेटे की जान के बदले 10 लाख रुपये मांगे थे।
उधर, अमरीक सिंह जुरासी कलां के बेटे गुरजंट सिंह को भी आरोपी ने इसी तरह से जर्मनी भेजने के नाम पर बेलारूस में फंसा दिया। अलग-अलग समय पर आरोपी ने उससे 10.10 लाख रुपये उसके बताए खाते में डलवाए। दोबारा फिर आरोपी ने 10 लाख रुपये नहीं देने पर उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि तीनों युवकों के परिजनों से आरोपियों ने करीब 54 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।
परिजनों ने बताया कि आरोपी लगातार बच्चों को रिहा करने के लिए 10-10 लाख रुपये मांग रहे थे। बाद में आरोपियों ने उन्हें जालंधर बुलाकर छह-छह लाख रुपये जमा कराए। यह रकम देने के बाद आरोपियों ने उनके बच्चों को छोड़ दिया। किसी तरह उनके बच्चे बेलारूस से 15-20 दिनों में रूस पहुंचे, जहां से उनको 16 अगस्त को भारत वापस भेज दिया गया।
थाना शहर प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर आरोपी धर्मबीर, कर्मबीर सिंह, गगनदीप, जितेंद्र सिंह, मनजीत कौर, रिंकू, अरुण, संदीप कुमार व जसप्रीत कौर के खिलाफ इमीग्रेशन एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। छानबीन के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कॉल नहीं उठाने पर गर्म प्रेस से दागते और करंट लगाते थे आरोपी
अजैब सिंह ने बताया कि उसके बेटे के साथ नौ युवकों को आरोपियों ने बंधक बनाकर रखा था। आरोपी उनके पास कॉल करके 10-10 लाख रुपये मांगते थे और कॉल नहीं उठाने पर बच्चों के साथ मारपीट और टॉर्चर करते थे, जिन बच्चों के परिजन कॉल नहीं उठाते थे तो आरोपी उनके बच्चों को गर्म प्रेस से दागते थे। करंट लगाते थे और बुरी तरह से मारपीट करते थे।
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Haryana: बेलारूस में तीन युवकों को बंधक बनाकर परिजनों से हड़पे 54 लाख, जर्मनी भेजने के नाम पर वारदात