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दिग्विजय सिंह चौटाला ने ये उठाए एचटेट पर सवाल
1. पहले से तैयार परिणाम को आखिर संशोधित करने की नौबत क्यों आई, जबकि परिणाम पूरी तरह कैमरों की जद में और अलग अलग फर्मों के द्वारा अपने गई प्रक्रिया से तैयार किया गया।
2. बाहर से पेपर तैयार हुए, अलग फर्म ने पेपर लिए, अलग फर्म ने परिणाम तैयार किए। 3 से 4 बार रिजल्ट को वेरिफाई किया गया तो नए सिरे से परिणाम किसलिए तैयार किया गया?
3. सिक्योरिटी ऑडिट के नाम पर भारी राशि किस लिए खर्च की गई? ऑडिट किसका किया गया,जब सारी फर्म बाहर की ही थी तो संशय किस बात का था। परिणाम तैयार करके जब सचिव कार्यालय ने अध्यक्ष को 31 अगस्त को सुपुर्द कर दिया था तो परिणाम जारी करने में देरी किस वजह से की गई?
4. दोबारा परिणाम रातों रात तैयार किया गया सिक्योरिटी ऑडिट के नाम पर निचले अधिकारियों से भी दबाव बनाकर नए रिजल्ट पर हस्ताक्षर करवाए गए?
5. गुपचुप तरीके से रिजल्ट घोषित करने के क्या मायने निकाले जाएं?
6. सबसे बड़ा सवाल ये है परिणाम घोषित होने के 3 महीने तक ओएमआर शीट निकलवाई जा सकती है मगर सिर्फ दस दिन की अवधि इस बार रखी गई कहीं ऐसा तो नहीं जो गोलमाल किया गया उस पर लीपापोती करने के लिए रिकॉर्ड को ही खुर्द बुर्द किया जा सके?
बोर्ड चेयरमैन और सचिव की भूमिका पर भी उठाए गंभीर सवाल
दिग्विजय चौटाला ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चेयरमैन और सचिव की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि मौजूदा चेयरमैन पर तो ओपीजेएस नामक यूनिवर्सिटी में धांधली करने के आरोप लगे थे। जिसका शिकायत पत्र पीएम, सीएम और अन्य अधिकारियों को भेजा गया पर कार्रवाई करने की बजाय चेयरमैन को खुली छूट दी गई है। जिस कारण गड़बड़ी हुई है। मामले में चेयरमैन और सचिव की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए और सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक महीने में तैयार परिणाम को जारी किए जाने की बजाय इसे फिर से तीन महीने से भी ज्यादा समय में जारी किए जाने के पीछे अधिकारियों की मंशा क्या थी, ये साफ जाहिर हो रहा है।
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Haryana: दिग्विजय सिंह चौटाला ने एचटेट परीक्षा पर उठाए गंभीर सवाल, जारी किया वीडियो

