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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
राजस्थान पर बने कम दबाव के क्षेत्र से सोमवार को प्रदेश के दक्षिणी व पश्चिमी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञ की मानें तो 27 व 28 को भी बिखराव वाली बारिश की संभावना रहेगी। मानूसन टर्फ रेखा के राजस्थान पर जाने से बारिश की गतिविधियों में कमी आई है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि पूर्वी राजस्थान पर अति तीव्र निम्न दबाव (डिप डिप्रेशन) का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा एक कमजोर श्रेणी का पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान पर सक्रिय है। इनका असर प्रदेश पर भी हो रहा है। सोमवार को प्रदेश के पश्चिमी व दक्षिणी जिलों महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, रेवाड़ी, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद व पलवल में बारिश की गतिविधियां दर्ज की गईं।
डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि जब मानसून टर्फ रेखा राजस्थान पर होती है तो दक्षिणी हिस्सों में लगातार मानसून सक्रिय बना रहता है। वहीं जब मानसून टर्फ रेखा हरियाणा पर होती है तो बाकी क्षेत्रों में अच्छी बारिश हो रही है। प्रदेश में इस माह में अभी तक सामान्य से 18 प्रतिशत ज्यादा पानी बरसा है। हालांकि 1 जून से अब तक सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार को आगे निकल जाएगा। वहीं अति तीव्र निम्न दबाव का क्षेत्र भी गुजरात में प्रवेश कर जाएगा। इसके असर से 27 व 28 को कहीं-कहीं विशेषकर दक्षिणी जिलों में बिखराव वाली बारिश की संभावना रहेगी। वहीं 28 अगस्त को एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी पर बनने और 30 अगस्त को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मानसून टर्फ रेखा के हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली पर पहुंचने से सितंबर की शुरुआत में मानसून के रफ्तार पकड़ने की संभावना बन रही है।
इन क्षेत्रों में हुई बारिश
- महेंद्रगढ़-38.5 एमएम
- सोनीपत-1.5 एमएम
- रेवाड़ी-6.0 एमएम
- पानीपत-0.5 एमएम
- गुरुग्राम-3.0 एमएम
- फरीदाबाद-5.5 एमएम
नोट : बारिश के आंकड़े सोमवार शाम 5:30 बजे तक के हैं।
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Haryana: दक्षिणी व पश्चिमी जिलों में हुई हल्की से मध्यम बारिश, आज व कल भी रहेगी बारिश की संभावना