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नायब सैनी। कवलजीत सिंह अजराना
– फोटो : संवाद
विस्तार
हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने बुधवार रात 67 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। भाजपा ने कांग्रेस से पहले अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है। पहली सूची में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का नाम भी प्रत्याशी के तौर पर शामिल किया गया है। नायब सैनी करनाल के बजाय लाडवा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
कवलजीत सिंह अजराना- विधानसभा क्षेत्र -पिहोवा
जन्म- 5 दिसंबर 1974
गांव – अजराना खुर्द
शिक्षा- 12वीं
पिता- जरनैल सिंह, जो गांव के सरपंच, जिला परिषद, ब्लॉक समिति व लोकल गुरुद्वारा प्रबंधन समिति सदस्य भी रहे।
पत्नी- रविंद्र कौर अजराना, जो वर्ष 2004 में एसजीपीसी अमृतसर की सदस्य बनी। अकाली दल बादल महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष रही और वर्तमान में एचएसजीएमसी में जूनियर मीत प्रधान है। सोशल वर्क में पीएचडी कर रही है।
राजनीतिक सफर
– शिरोमणी अकाली दल बादल की राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य व हरियाणा में प्रवक्ता रहे।
– वर्ष 2000 से 2011 तक हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के युवा प्रदेशाध्यक्ष के पद पर कार्य किया। एचएसजीएमसी बनाने में भी भूमिका निभाई।
पिहोवा से भाजपा प्रत्याशी बने कवलजीत अजराना, तो उनके सेक्टर तीन निवास पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। मिठाई खिलाकर गले मिले।
नायब सिंह सैनी -विधानसभा क्षेत्र- लाडवा
प्रोफाइल
नाम- नायब सिंह
उम्र- 54 साल
सांसद- पहली बार 2019 से 2024
राज्यमंत्री हरियाणा-2014 से 2019
मुख्यमंत्री, हरियाणा- 12 मार्च 2024 से
वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिला के एक छोटे से गांव मिर्जापुर माजरा में सैनी परिवार में हुआ था। उन्होंने मुजफ्फरपुर में बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय व मेरठ स्थित चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी एलएलबी तक की उच्च शिक्षा प्राप्त की। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे।
नायब सिंह ने 2010 में अंबाला के नारायणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन कुल 116,039 वोटों में से 3,028 वोट हासिल कर रामकिशन गुर्जर से हार गए थे। 2014 में उन्होंने 24,361 वोटों से इसी क्षेत्र से चुनाव जीता था, जिसके बाद वे प्रदेश सरकार में 24 जुलाई 2015 से तीन जून 2019 तक राज्यमंत्री भी रहे। उन्होंने प्रदेश में श्रम एवं रोजगार मंत्री स्वतंत्र प्रभार के अलावा खान एवं भू विज्ञान मंत्री व नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्री के तौर पर भी कार्यभार संभाला।
कुरुक्षेत्र लोकसभा सांसद के तौर पर उन्होंने 23 मई 2019 को पदभार ग्रहण किया। नायब सैनी ने वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में तीन लाख 82 हजार 866 वोटों से जीत दर्ज कर कमल खिलाया था और कांग्रेस के प्रत्याशी निर्मल सिंह को हराया था। नायब सैनी को छह लाख 86 हजार 588 वोटें मिली थी, जो 55.98 फीसदी थी जबकि निर्मल सिंह को तीन लाख तीन हजार 722 वोटें मिली थी।
विधानसभा क्षेत्र- शाहाबाद
नाम- सुभाष कलसाना
जन्म- 15 अगस्त 1982
शिक्षा- एमएससी, बीएड
राजनीति- 1999 से आरएसएस के संपर्क में रहे
2011-12 एबीवीपी कुरुक्षेत्र नगर अध्यक्ष बने
टिकट मिलने का कारण- करीब 23 वर्षों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ कर कार्य कर रहे हैं। आरएसएस संगठन में रहे। हर मोर्चे पर शाहाबाद के मुद्दों को उठाते रहे। विधानसभा घेराव तक किया।
सुभाष सुधा— विधानसभा –थानेसर
जन्म–चार जून 1964
शिक्षा– कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एमए
राजनीति– एबीवीपी के साथ छात्र राजनीति की शुरू
1994 में नगर पालिका पार्षद का चुनाव जीता और 30 वर्ष की आयु में नगर पालिका समिति थानेसर के पहले निर्वाचित अध्यक्ष बने।
2009 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा और करीब 18 हजार वोट प्राप्त किए। वर्ष 2013 में वित्त आयोग (हरियाणा) के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के बाद वे इनेलो में शामिल हो गए थे, जिसके बाद वे कांग्रेस में चले गए थे।
लेकिन वर्ष 2014 के चुनावों से पहले वे इनेलो छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे और इसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उन्हें मैदान में उतारा था। वे विधायक बने और इसके बाद वर्ष 2019 में फिर थानेसर से ही भाजपा विधायक बनने का उन्हें मौका मिला था और अब भाजपा ने तीसरी बार इन पर ही भरोसा जताया है।
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Haryana: कुरुक्षेत्र के पिहोवा से कवलजीत तो लाडवा से सीएम सैनी लड़ेंगे चुनाव, जानिए इनकी प्रोफाइल