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सांकेतिक
– फोटो : संवाद
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हरियाणा विधानसभा 2024 के चुनावों में कांग्रेस ने टिकट आवंटन में सभी वर्गों को साधने की कोशिश की है। 2019 के विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस बार कांग्रेस सिखों और पंजाबियों का प्रतिनिधित्व बढ़ा है। इस बार कांग्रेस ने दोनों समाज के प्रत्याशियों को 11 सीटों पर उतारा है, जबकि पिछली बार यह संख्या केवल चार थी। इसी प्रकार, ओबीसी समाज के 20 नेताओं को भी कांग्रेस ने मौका दिया है। जाट समाज की बात करें तो पिछली बार 27 सीटें थी, इस बार 26 पर जाट नेताओं को उतारा है। इनके साथ ही वैश्य, मुस्लिम और राजपूत समाज के नेताओं का भागीदारी कम हुई है।
2019 के विधानसभा चुनावों के मुकाबले 45 पुराने चेहरों को मौका दिया है, जबकि 44 विधानसभा सीटों पर पुराने चेहरों के स्थान पर नए चेहरों को मौका दिया है। कांग्रेस पार्टी ने 28 विधायकों को दोबारा से टिकट दी है। हरियाणा कांग्रेस ने अपनी 89 सीटों में से करीब 30 सीटों पर युवाओं, 12 पर महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है।
पिछली बार कांग्रेस ने 9 महिलाओं को टिकटें दी थी, इस बार इनकी संख्या तीन बढ़ी है। पार्टी ने कई पुराने नेताओं को दरकिनार करके युवा देवेंद्र हंस, जस्सी पेटवाड़, राहुल मक्कड़, पत्रकार सर्वमित्र कंबोज, वर्धन यादव, अनिल मान, प्रदीप नरवाल, जय भगवान अंतिल, मनीषा सांगवान जैसे करीब 20 उम्मीदवारों को भी टिकट दी है। सबसे उम्रदराज बेरी से प्रत्याशी रघुबीर कादियान 80 साल हैं जबकि सबसे युवा विनेश फोगाट 30 साल की हैं।
कांग्रेस पार्टी के मीडिया प्रभारी चांदवीर हुड्डा का कहना है कि पार्टी ने रणनीति के तहत टिकटें बांटी हैं, जिससे कोई बगावत नहीं हो सकी। दूसरा, सर्वे के आधार पर टिकटें दी गई हैं।
किस जाति के कितने प्रत्याशी
कांग्रेस ने 26 जाट, 20 ओबीसी, 17 एससी, 11 सिख और पंजाबी, छह ब्राह्मण, पांच मुस्लिम, दो वैश्य उम्मीदवारों को टिकट दिया है। राजपूत, बिश्नोई व रोड़ जाति से एक-एक उम्मीदवार हैं। पिछले चुनाव में 27 जाट, 18 एससी, ब्राह्मण व वैश्य 5-5, राजपूत व पंजाबी 2-2, मुस्लिम व गुर्जर 6-6 व तीन यादवों को टिकट दिया था।
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Haryana: कांग्रेस में 44 नए चेहरों काे मौका, सिख और पंजाबियों का बढ़ा प्रतिनिधित्व; वैश्य व राजपूत समाज का घटा