हरियाणा सिख सम्मेलन
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करनाल की नई अनाज मंडी में आगामी 8 सितंबर को हरियाणा सिख समाज एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रहा है। जब लाखों की संख्या में सिख संगत गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्र छाया में एकत्रित होकर ग़ुरबानी कीर्तन, कथा विचार, दाड़ी वारों और पंथक विचारों को श्रवण करेगी। इस ऐतिहासिक सिख सम्मेलन का उद्देश्य हरियाणा के सिख समाज की एकता, पहचान और अधिकारों को स्थापित करना है।
डेरा कार सेवा करनाल के बाबा सुखा सिंह ने एक प्रेस वार्ता के दौरान हरियाणा की सिख संगत से परिवारों सहित इस समागम में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में प्रदेश के सभी 22 जिलों से सिख संगत भाग लेगी और सिख समुदाय के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन में श्री अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, तख़्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख़्त केसगड़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह और अन्य प्रमुख जत्थेदार शामिल होंगे। साथ ही प्रदेश के प्रमुख संत महापुरुष और सिख धर्म के प्रतिष्ठित ढाडी भाई गुरप्रीत सिंह लांडरा और इतिहासकार डॉ. सुखपप्रीत सिंह उधोके भी सम्मेलन में शामिल होकर सिखों के गौरवमयी इतिहास पर विचार-विमर्श करेंगे।
इस सम्मेलन में हरियाणा सिख समाज के कुछ प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। इनमें सिखों के धार्मिक और राजनीतिक अधिकारों के लिए सख्त कानून बनाने, पंजाबी भाषा के विकास के लिए सरकारी स्कूलों में पंजाबी अध्यापकों की नियुक्ति, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव करवाने, और हरियाणा में सिख समुदाय के लिए आरक्षित सीटों की मांग शामिल है।
सिख समुदाय की एकता और अधिकारों की आवाज़ को बुलंद करने के उद्देश्य से आयोजित इस सम्मेलन में फ्री मेडिकल कैंप और रक्तदान शिविर भी लगाया जाएगा। हरियाणा सिख एकता दल के प्रतिनिधियों ने करनाल की सिख संगत से समागम को सफल बनाने के लिए सहयोग की अपील की है।
Haryana: करनाल में ऐतिहासिक हरियाणा सिख सम्मेलन, लाखों सिख करेंगे पंथक मुद्दों पर विचार-विमर्श