Haryana: आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थी परिवारों की संख्या को दोगुना करेंगे, सीएम ने की घोषणा


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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के दायरे को दोगुना किया जाएगा। लाभार्थी परिवारों की संख्या को 10.50 लाख से बढ़ाते हुए 22 लाख किया जाएगा। पहले 1.20 लाख रुपये आय वालों को बीपीएल श्रेणी में रखा गया था। अब हमने इसे 1.80 लाख रुपये कर दिया है। सभी बीपीएल परिवारों को इसमें जोड़ा जाएगा। उन्होंने अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को 81.50 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का एलान किया।    

सीएम मनोहरलाल शनिवार को महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा स्थित ओपी जिंदल ऑडिटोरियम में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर में अस्पताल के नवनिर्मित ब्लॉक-डी का भी लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज हैं। 8 मेडिकल कॉलेज प्रक्रियाधीन हैं। प्रदेश में 13 हजार चिकित्सकों के पदों को बढ़ाकर 28 हजार किया जाएगा।

चार साल बाद हर वर्ष 2650 डॉक्टर तैयार किए जा सकेंगे। सीएम ने चिकित्सकों से कहा कि चिकित्सा क्षेत्र को व्यवसाय न बनाकर सेवा-मिशन बनाएं। एलोपैथी और आयुर्वेद का बेहतर सामंजस्य बनाया जाए। उन्होंने महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा की पुस्तिका सृजन का भी विमोचन किया।

शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र का आधारभूत ढांचा ऐसा होना चाहिए कि जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को बेहतर सुविधाएं देकर उनकी जान बचाई जा सके। श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक ने कहा कि संस्थान में सुविधाओं की बढ़ोतरी करने से रोगियों को अपना उपचार करवाने में मदद मिलेगी। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज की प्रेजीडेंट एवं पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कहा कि चिकित्सकों को समाज हित के कार्य में अग्रणी रहना चाहिए। संस्थान में प्रतिदिन 3 हजार रोगियों को ओपीडी सेवाएं दी जा रही हैं।

दीक्षांत समारोह के दौरान 2003 से लेकर 2016 तक के बैच के पासआउट स्टूडेंट्स में 29 को मेडल और 255 को डिग्रियां दी गईं। इस अवसर पर बरवाला के विधायक जोगीराम सिहाग, मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग हरियाणा के निदेशक डॉ आदित्य दहिया सहित अन्य उपस्थित रहे।

अग्रोहा मेडिकल कॉलेज का होगा कायाकल्प : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए 81.5 करोड़ रुपये की लागत से इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज में विभिन्न संकायों के भवन निर्माण पर 25 करोड़ रुपये,  छात्रावास पर 17 करोड़ रुपये, आधुनिक उपकरणों की खरीद पर 23 करोड़ रुपये व अन्य संसाधनों के लिए 16.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मेडिकल कॉलेज परिसर में अस्पताल के नवनिर्मित ब्लॉक-डी का भी लोकार्पण किया।

शनिवार को महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा स्थित ओपी जिंदल ऑडिटोरियम में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने नव-चिकित्सकों से आह्वान किया कि वे शिक्षार्थ आइए-सेवार्थ जाइए की भावना को चरितार्थ करें। हम सभी का लक्ष्य रोग के बेहतर उपचार के साथ-साथ यह भी होना चाहिए कि व्यक्ति बीमार न पड़े। 

आयुर्वेद तथा एलोपैथी दोनों का अपना अलग-अलग महत्व है। हम दोनों को साथ लेकर चलना चाहते हैं। दोनों की संयुक्त चिकित्सा के लिए किसी एक यूनिवर्सिटी में कोर्स शुरू करेंगे। कोविड के समय बेहतरीन चिकित्सीय सेवाओं के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को गुड गवर्नेंस अवॉर्ड भी दिया गया है। इस मौके पर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की स्थापना से लेकर अब तक के सफर पर आधारित वृत्तचित्र भी दिखाया गया। 

शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि पूर्व मंत्री एवं प्रमुख उद्योगपति स्वर्गीय ओम प्रकाश जिंदल ने हिसार को स्टील सिटी के रूप में स्थापित कर पूरे विश्व में पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1982 में मैंने अपने एक साथी रमेश जिंदल के साथ पीजीआई रोहतक में धोती कुर्ता में डिग्री हासिल की थी। अब अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ने भी अंग्रेजी गुलामी की प्रतीक गाउन को त्याग दिया है। 

राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ने ऑक्सीजन प्रबंधन करके एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया। वैक्सीनेशन अभियान को भी सघनता से चलाया गया। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज की प्रेजीडेंट एवं पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कहा कि चिकित्सकों को समाज हित के कार्य में अग्रणी रहना चाहिए। संस्थान की ओर से प्रतिदिन तीन हजार रोगियों को ओपीडी सेवाएं दी जा रही है। संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों व समाज के वंचित वर्गों के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।

दीक्षांत समारोह में 29 मेडल और 255 डिग्रियां दी गई
दीक्षांत समारोह के दौरान 2003 से लेकर 2016 तक के बेच के पासआउट स्टूडेंट्स 29 मेडल और 255 डिग्रियां दी गई। डॉ. सपना कुंडू  को ओपी जिंदल स्वर्ण पदक से नवाजा गया। इसी प्रकार से डॉ. भावना अरोड़ा को घनश्याम दास गोयल रजत पदक तथा डॉ. आस्था धमीजा को बनारसी दास गुप्ता कांस्य पदक से नवाजा गया। स्वर्ण पदक विजेता को एक लाख, रजत पदक विजेता को 50 हजार,  कांस्य पदक प्राप्त करने वालों को 25 हजार रुपये की राशि प्रोत्साहन स्वरूप दी गई।

इनको को भी मिले मेडल 
डॉ. निशा मलिक, डॉ. आरुषि, डॉ. आस्था, डॉ. भावना, डॉ. वात्सल्या वत्स, डॉ. कविंद्र सिंह, डॉ. सपना, डॉ. पूजा सिंगला, डॉ. अभिनव जैन को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। डॉ. अनीषा कोचर, डॉ. गजल, डॉ. सविता, डॉ. ममता, डॉ. मोहित भारद्वाज, डॉ. आरती, डॉ. साक्षी, डॉ. दिव्या चुटानी को रजत पदक प्रदान किया गया।  डॉ. गुंजन वर्मा, डॉ. ईशा अग्रवाल, डॉ. सुमित, डॉ. अंजलि, डॉ. निकिता, डॉ.मनीषा को कांस्य पदक प्रदान किया गया। पीजी में डॉ. सुनिधि पुरी, डॉ. विभा यादव, डॉ. सुनील सोरोत, डॉ. विवेक यादव, डॉ. पूजा कटारिया, डॉ. प्रज्ञा कटारिया को मेडल दिए गए।

यह रहे मौजूद …
इस मौके पर रोहतक के मेयर मनमोहन गोयल, जगदीश मित्तल, मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉ. अलका छाबड़ा, निदेशक प्रशासन डॉ. आशुतोष शर्मा, एमएस डॉ. एनए पंडित, डॉ. राजीव चौहान, डॉ. शमशेर मलिक, डॉ. मोनिका जैन उपस्थित रहे। 

मुझे पांच साल पहले बुला लिया होता
सीएम मनोहरलाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि इतने साल में दूसरा ही दीक्षांत समारोह हो रहा है। इतना इंतजार मत कराया करो। अगर मुझे पांच साल पहले बुला लिया होता तो मैं आ गया होता।  सीएम मनोहरलाल ने ईवीएम बीमारी के उपचार के लिए चिकित्सकों को बधाई दी। उन्होंने कहा इस बीमारी का उपचार करने के लिए देश में कुल 48 चिकित्सक ही हैं। 

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के दायरे को दोगुना किया जाएगा। लाभार्थी परिवारों की संख्या को 10.50 लाख से बढ़ाते हुए 22 लाख किया जाएगा। पहले 1.20 लाख रुपये आय वालों को बीपीएल श्रेणी में रखा गया था। अब हमने इसे 1.80 लाख रुपये कर दिया है। सभी बीपीएल परिवारों को इसमें जोड़ा जाएगा। उन्होंने अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को 81.50 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का एलान किया।    

सीएम मनोहरलाल शनिवार को महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा स्थित ओपी जिंदल ऑडिटोरियम में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर में अस्पताल के नवनिर्मित ब्लॉक-डी का भी लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज हैं। 8 मेडिकल कॉलेज प्रक्रियाधीन हैं। प्रदेश में 13 हजार चिकित्सकों के पदों को बढ़ाकर 28 हजार किया जाएगा।

चार साल बाद हर वर्ष 2650 डॉक्टर तैयार किए जा सकेंगे। सीएम ने चिकित्सकों से कहा कि चिकित्सा क्षेत्र को व्यवसाय न बनाकर सेवा-मिशन बनाएं। एलोपैथी और आयुर्वेद का बेहतर सामंजस्य बनाया जाए। उन्होंने महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा की पुस्तिका सृजन का भी विमोचन किया।

शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र का आधारभूत ढांचा ऐसा होना चाहिए कि जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को बेहतर सुविधाएं देकर उनकी जान बचाई जा सके। श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक ने कहा कि संस्थान में सुविधाओं की बढ़ोतरी करने से रोगियों को अपना उपचार करवाने में मदद मिलेगी। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज की प्रेजीडेंट एवं पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कहा कि चिकित्सकों को समाज हित के कार्य में अग्रणी रहना चाहिए। संस्थान में प्रतिदिन 3 हजार रोगियों को ओपीडी सेवाएं दी जा रही हैं।

दीक्षांत समारोह के दौरान 2003 से लेकर 2016 तक के बैच के पासआउट स्टूडेंट्स में 29 को मेडल और 255 को डिग्रियां दी गईं। इस अवसर पर बरवाला के विधायक जोगीराम सिहाग, मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग हरियाणा के निदेशक डॉ आदित्य दहिया सहित अन्य उपस्थित रहे।

अग्रोहा मेडिकल कॉलेज का होगा कायाकल्प : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए 81.5 करोड़ रुपये की लागत से इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज में विभिन्न संकायों के भवन निर्माण पर 25 करोड़ रुपये,  छात्रावास पर 17 करोड़ रुपये, आधुनिक उपकरणों की खरीद पर 23 करोड़ रुपये व अन्य संसाधनों के लिए 16.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मेडिकल कॉलेज परिसर में अस्पताल के नवनिर्मित ब्लॉक-डी का भी लोकार्पण किया।

शनिवार को महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा स्थित ओपी जिंदल ऑडिटोरियम में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने नव-चिकित्सकों से आह्वान किया कि वे शिक्षार्थ आइए-सेवार्थ जाइए की भावना को चरितार्थ करें। हम सभी का लक्ष्य रोग के बेहतर उपचार के साथ-साथ यह भी होना चाहिए कि व्यक्ति बीमार न पड़े। 

आयुर्वेद तथा एलोपैथी दोनों का अपना अलग-अलग महत्व है। हम दोनों को साथ लेकर चलना चाहते हैं। दोनों की संयुक्त चिकित्सा के लिए किसी एक यूनिवर्सिटी में कोर्स शुरू करेंगे। कोविड के समय बेहतरीन चिकित्सीय सेवाओं के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को गुड गवर्नेंस अवॉर्ड भी दिया गया है। इस मौके पर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की स्थापना से लेकर अब तक के सफर पर आधारित वृत्तचित्र भी दिखाया गया। 

शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि पूर्व मंत्री एवं प्रमुख उद्योगपति स्वर्गीय ओम प्रकाश जिंदल ने हिसार को स्टील सिटी के रूप में स्थापित कर पूरे विश्व में पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1982 में मैंने अपने एक साथी रमेश जिंदल के साथ पीजीआई रोहतक में धोती कुर्ता में डिग्री हासिल की थी। अब अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ने भी अंग्रेजी गुलामी की प्रतीक गाउन को त्याग दिया है। 

राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ने ऑक्सीजन प्रबंधन करके एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया। वैक्सीनेशन अभियान को भी सघनता से चलाया गया। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज की प्रेजीडेंट एवं पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कहा कि चिकित्सकों को समाज हित के कार्य में अग्रणी रहना चाहिए। संस्थान की ओर से प्रतिदिन तीन हजार रोगियों को ओपीडी सेवाएं दी जा रही है। संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों व समाज के वंचित वर्गों के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।

दीक्षांत समारोह में 29 मेडल और 255 डिग्रियां दी गई

दीक्षांत समारोह के दौरान 2003 से लेकर 2016 तक के बेच के पासआउट स्टूडेंट्स 29 मेडल और 255 डिग्रियां दी गई। डॉ. सपना कुंडू  को ओपी जिंदल स्वर्ण पदक से नवाजा गया। इसी प्रकार से डॉ. भावना अरोड़ा को घनश्याम दास गोयल रजत पदक तथा डॉ. आस्था धमीजा को बनारसी दास गुप्ता कांस्य पदक से नवाजा गया। स्वर्ण पदक विजेता को एक लाख, रजत पदक विजेता को 50 हजार,  कांस्य पदक प्राप्त करने वालों को 25 हजार रुपये की राशि प्रोत्साहन स्वरूप दी गई।

इनको को भी मिले मेडल 

डॉ. निशा मलिक, डॉ. आरुषि, डॉ. आस्था, डॉ. भावना, डॉ. वात्सल्या वत्स, डॉ. कविंद्र सिंह, डॉ. सपना, डॉ. पूजा सिंगला, डॉ. अभिनव जैन को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। डॉ. अनीषा कोचर, डॉ. गजल, डॉ. सविता, डॉ. ममता, डॉ. मोहित भारद्वाज, डॉ. आरती, डॉ. साक्षी, डॉ. दिव्या चुटानी को रजत पदक प्रदान किया गया।  डॉ. गुंजन वर्मा, डॉ. ईशा अग्रवाल, डॉ. सुमित, डॉ. अंजलि, डॉ. निकिता, डॉ.मनीषा को कांस्य पदक प्रदान किया गया। पीजी में डॉ. सुनिधि पुरी, डॉ. विभा यादव, डॉ. सुनील सोरोत, डॉ. विवेक यादव, डॉ. पूजा कटारिया, डॉ. प्रज्ञा कटारिया को मेडल दिए गए।

यह रहे मौजूद …

इस मौके पर रोहतक के मेयर मनमोहन गोयल, जगदीश मित्तल, मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉ. अलका छाबड़ा, निदेशक प्रशासन डॉ. आशुतोष शर्मा, एमएस डॉ. एनए पंडित, डॉ. राजीव चौहान, डॉ. शमशेर मलिक, डॉ. मोनिका जैन उपस्थित रहे। 

मुझे पांच साल पहले बुला लिया होता

सीएम मनोहरलाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि इतने साल में दूसरा ही दीक्षांत समारोह हो रहा है। इतना इंतजार मत कराया करो। अगर मुझे पांच साल पहले बुला लिया होता तो मैं आ गया होता।  सीएम मनोहरलाल ने ईवीएम बीमारी के उपचार के लिए चिकित्सकों को बधाई दी। उन्होंने कहा इस बीमारी का उपचार करने के लिए देश में कुल 48 चिकित्सक ही हैं। 

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