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उफान पर मारकंडा नदी ।
– फोटो : संवाद
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पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के चलते रविवार को मारकंडा नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर शनिवार को अधिकतम स्तर 7.7 फीट करीब 31 हजार क्यूसेक तक गया था जो दोपहर को घटना भी शुरू हो गया था लेकिन रविवार सुबह फिर से मारकंडा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा और दोपहर साढ़े 12 बजे यह 7.8 फीट पर जा पहुंचा।
उस समय नदी में करीब 32 हजार क्यूसेक पानी था। सिंचाई विभाग नदी की हर स्थिति पर नजर जमाए था, जो जलस्तर कालाअंब में मारकंडा नदी का सुबह करीब आठ बजे 11 फीट था वो जलस्तर घटकर दोपहर साढ़े 12 बजे करीब पांच फीट रह गया था। इससे सिंचाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी राहत की सांस ली।
रुण नदी में करीब 20 हजार क्यूसेक पानी आने से मुलाना में मारकंडा नदी का जलस्तर बढ़ता गया। ये शाम चार बजे 8.8 फीट करीब 41300 क्यूसेक तक जा पहुंचा। इसके बाद पांच बजे जलस्तर 9.3 फीट 45000 क्यूसेक तक और शाम छह बजे 10 फीट यानी 49073 क्यूसेक तक पहुंच गया था जोकि इस वर्ष का अधिकतम जलस्तर है। जबकि कालाआम्ब में मारकंडा नदी का जलस्तर घटकर करीब तीन फीट रह गया था।
नकटी नदी ने मचाया उत्पात
बारिश के चलते नकटी नदी भी उफान पर आ गई। इससे सैहला गांव के कई एकड़ फसलों को नुकसान हुआ। नदी में पानी का तेज बहाव गांव की सड़क तक भी पहुंच गया था। स्थानीय निवासी वाले भीम सिंह और देव राणा ने बताया कि शनिवार और रविवार को नकटी नदी के तेज बहाव ने गांव में कई एकड़ फसल को बर्बाद कर दिया है। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। इसके साथ-साथ मारकंडा नदी के पानी ने भी जफरपुर गांव व हेमा माजरा गांव तक मार की है। वहीं, नदी किनारे कई खेतों में भी मारकंडा नदी का पानी पहुंच गया है।
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