[ad_1]
बाप-बेटे ने एआई की मदद से फर्जी वीडियो बनाकर यूट्यूब पर किया था अपलोड
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से हिमानी नरवाल का फर्जी वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड करने वाले दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस दोनों आरोपियों से यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए अन्य वीडियो के बारे में भी पूछताछ कर रही है।
साइबर अपराध थाना पूर्व की पुलिस ने बिहार के गोपालगंज पुलिस की मदद से मांझा थाना क्षेत्र के धोबवलिया गांव में दबिश देकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों की पहचान मोहिबुल हक और उसके बेटे गुलाब जिलानी के रूप में हुई। आरोपी पिछले काफी समय से रियर पॉइंट नाम से यूट्यूब चैनल चला रहे थे। दोनों ने इसी यूट्यूब चैनल पर शहीद विनय नरवाल की पत्नी का चेहरा मॉर्फ करके वीडियो अपलोड किया था। मामले में साइबर अपराध थाना पूर्व में एफआईआर दर्ज की गई थी। गुरुग्राम पुलिस ने दोनों आरोपियों को गोपालगंज से गिरफ्तार करके अदालत में पेश करके रिमांड की प्रक्रिया पूरी करने के बाद गुरुग्राम लेकर आई। पुलिस अब डिजिटल फॉरेंसिक जांच के जरिए आरोपियों के नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही है। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि आरोपियों के अन्य नेटवर्क के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। तकनीकी साक्ष्यों की मदद से यूट्यूब चैनल को ट्रैक किया गया और उसी आधार पर आरोपियों की पहचान करके गुरुग्राम पुलिस उन तक पहुंची और गिरफ्तार किया।
[ad_2]
Gurugram News: हिमानी का फर्जी वीडियो बनाने के आरोपी भेजे जेल

