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तीन महीने में करीब 100 करोड़ रुपये सफाई व्यवस्था पर खर्च, फिर भी नहीं हुआ लक्ष्य पूरा
संवाद न्यूज एजेंसी
गुरुग्राम। मिलेनियम सिटी की सफाई व्यवस्था तमाम कोशिशाें के बावजूद दुरुस्त नहीं हो रही है। विशेष स्वच्छता अभियान स्वीप के नाम पर तीन महीने में करीब 100 करोड़ खर्च किया गया, इसके बाद भी नियमित रूप से पूरे शहर का कचरा नहीं उठान लक्ष्य पूरा नहीं हो सका है।
नगर निगम की तमाम कोशिशों के बावजूद सफाई एजेंसियों की मनमानी जारी है। एजेंसियों ने अनुबंध के अनुसार मैनपॉवर व मशीनरी सफाई कार्य में लगाने में हीलाहवाली कर रही है। नतीजतन, सड़क से लेकर घरों तक से कई-कई दिनों तक कूड़ा उठान सुनिश्चित नहीं होता है। कई सोसायटी व कॉलोनियों से लेकर विभिन्न सड़कों पर जगह-जगह पर कचरे के ढेर फिर दिखाई दे रहे हैं।
निगम ने कचरा प्रबंधन करने वाली ईकोग्रीन कंपनी हटाने के बाद डोर-टू-डोर कूड़ा उठान और द्वितीय कचरा बिंदुओं से बंधवाड़ी तक कचरा पहुंचाने का काम अलग-अलग एजेंसियों को सौंपा है। इसके अलावा सड़क सफाई का प्रबंधन के लिए अलग-अलग छह एजेंसियों को जिम्मेदारी दी गई है। इन एजेंसियों की मनमानी के चलते ही सफाई व्यवस्था को बेहतर नहीं हो पा रही है।
निगम सूत्रों के मूताबिक, बीते दिनों एजेंसियों को अनुबंध के तहत मैनपॉवर, वाहन व अन्य संसाधनों को नहीं लगाया है। निजी एजेंसियों के पास न्यूनतम तीन हजार सफाई कर्मी होने चाहिए, लेकिन एक हजार कर्मचारी भी नहीं लगाए गए हैं। इन एजेंसियों द्वारा कर्मचारियों की बॉयोमीट्रिक हाजिरी लगाई में भी गड़बड़झाला किया जा रहा है। डोर-टू-डोर कचरा प्रबंधन में करीब साढ़े तीन सौ वाहन ही लगाए गए हैं। न्यूनतम करीब 700 वाहनों की जरूरत बताई जाती है। इनकी कमी से शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो रही है। शहर की सड़कों पर कचरे के ढेर लग रहे हैं।
इन निजी एजेंसियों के पास शहर का कचरा प्रबंधन
डो-टू-डोर कचरा उठान का काम – बिमलराज आउटसोर्सिंग
द्वितीय कचरा बिंदुओं से बंधवाड़ी तक तक कचरा पहुंचाने का काम- एसके ट्रेडिंग कंपनी
सड़क सफाई कार्य – केसी इंटर प्राइजेज, आर्मी डेकोरेटर्स, वाइएलवी एसोसिएट, सुखमा संस, भारती एचआर सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, संजय एंड कंपनी
वर्जनशहर की सफाई व्यवस्था तेजी से बेहतर हो रही है। सफाई कार्य में बारिश के कारण व्यवधान पहुंचा है। मैनपावर, वाहन सहित अन्य संसाधन बढ़ाने के लिए सफाई एजेंसियों को नोटिस जारी किए गए हैं। एजेंसियों ने सुधार की दिशा में तेजी से काम करना भी शुरू कर दिया है। लापरवाही पर अनुबंध रद्द करके आगे की कार्रवाई होगी।
– अखिलेश यादव, संयुक्त आयुक्त (एसबीएम), नगर निगम गुरुग्राम
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Gurugram News: व्यवस्था ही ”अधकचरी” तो कैसे उठे कचरा