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– वृंदावन से दिल्ली जा रहे कारोबारी के कर्मचारी को निशाना बनाकर हथियार के बल पर लूटा
– पीड़ित को गांजा तस्कर बताकर बस से नीचे खींचा, मारपीट कर गाड़ी में बैठा ले गए
संवाद न्यूज एजेंसी
पलवल। नेशनल हाईवे-19 पर हुई एक करोड़ रुपये की लूट की गुत्थी सुलझाने में जुटी पलवल पुलिस ने आखिरकार धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र और जबरन लूट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस अब खुलासा करने के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। पुलिस ने मौके का निरीक्षण भी किया। लूट करने के लिए पीड़ित को गांजा तस्कर बताकर न सिर्फ बस से नीचे खींचा गया, बल्कि मारपीट कर गाड़ी में डालकर अपहरण भी किया गया।
राजस्थान के सीकर जिले के विजयपुरा गांव निवासी रामप्रमेश्वर शर्मा, पिछले 25 वर्षों से गुवाहाटी के व्यापारी सुरेश कुमार अग्रवाल के लिए इलेक्ट्रिकल कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में कार्यरत हैं। हाल ही में सुरेश कुमार ने वृंदावन में स्थित अपनी एक जमीन को कपिल देव उपाध्याय को बेचा था। इसी सौदे की रकम एक करोड़ रुपये लेने के लिए उन्होंने अपने विश्वस्त कर्मचारी रामप्रमेश्वर को वृंदावन भेजा। तीन अगस्त की दोपहर करीब 1.15 बजे कपिल देव ने चेतन बिहार, वृंदावन स्थित अपने कार्यालय में रामप्रमेश्वर को पूरी रकम नकद दी, जिसे रामप्रमेश्वर ने दो बैगों में रखा। इसके बाद वह कैलाश अग्रवाल नामक व्यक्ति के घर गए, जहां से कैलाश उन्हें अपनी स्कूटी पर छटीकरा मोड़, नेशनल हाईवे पर छोड़ने आया। वहां से रामप्रमेश्वर को राजस्थान रोडवेज की बस में दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया।
लूट का ताना-बाना: बस में चढ़े नकली एजेंट, गांजा का बहाना
बस जब पलवल के बघौला फ्लाईओवर से गुजर रही थी, तभी एक युवक ने दरवाजे पर लटकते हुए बस रुकवाई। थोड़ी ही दूरी पर मीरापुर मोड़ पर एक और युवक पुलिसवाला बनकर बस में चढ़ा और शोर मचाने लगा कि इस बस में गांजा बेचने वाले बैठे हैं। उसने तीन अन्य युवकों की ओर इशारा किया और उन्हें बस से नीचे उतरवाने का नाटक किया। इसी अफरातफरी में पांचों युवक एकजुट होकर रामप्रमेश्वर के पास आए और उस पर आरोप लगाने लगे कि उसके बैग में गांजा है। रामप्रमेश्वर ने मना किया, लेकिन वे नहीं माने। बदमाशों ने उसके दोनों नकदी वाले बैग, एक कपड़ों की अटैची और मोबाइल फोन लूट लिया।
अपहरण और मारपीट के बाद सुनसान जगह छोड़ा
इतना ही नहीं, बदमाशों ने रामप्रमेश्वर को बस से खींचकर एक नीली गाड़ी में जबरन बैठाया। उसके साथ मारपीट की और लगभग आधे घंटे तक इधर-उधर घुमाते रहे। बाद में किसी सुनसान जगह पर उसे उतारकर फरार हो गए। इस दौरान पीड़ित के पास मौजूद मोबाइल भी छीन लिया गया।
पुलिस में शिकायत और दर्ज हुआ मुकदमा
चार अगस्त को रामप्रमेश्वर ने थाना गदपुरी में पहुंचकर लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने धारा 310(2) और 140(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। चौकी बघौला प्रभारी एएसआई प्रवीन कुमार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। घटनास्थल का निरीक्षण भी किया गया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस का कहना हैं कि अभी तो जांच की शुरूआत हुई हैं स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि इसमें अभी कौन अपराधी हैं लेकिन इस वारदात में किसी अंदरूनी व्यक्ति की मिलीभगत की आशंका है। बस में पहले से सवार कुछ युवक और मीरापुर मोड़ पर चढ़ने वाले युवकों की हरकतें, और गांजा बेचने वाले जैसे बहाने से लूट को अंजाम देना, यह सभी संकेत पूर्व नियोजित और प्रशिक्षित आपराधिक गिरोह की ओर इशारा कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि पीड़ित के मोबाइल की कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज से लेकर पलवल तक के रूट की जानकारी एकत्र की जा रही है।
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एक करोड़ की लूट में केस दर्ज, सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिस


