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पंचायत में लिया गया निर्णय, महाराज न कहकर मोड़ा कहा जाएगा
सात साल पहले आपत्तिजनक वीडियो हुआ था वायरल, छोड़ दिया था गांव
संवाद न्यूज एजेंसी
पटौदी। पटौदी खंड के गांव भोड़ाकलां में रविवार को पंचायत कर विवादित महाराज को किसी भी स्थिति में गांव में प्रवेश नहीं करने का निर्णय लिया गया। पंचायत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कर्नल रोशनपाल सिंह चौहान की अध्यक्षता में यह पंचायत आयोजित की गई। सात साल पहले विवादित महाराज का आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद वह गांव छोड़कर अज्ञात स्थान पर चला गया था। अब 22 सितंबर को गांव में एक भंडारे में शामिल होने का उनका कार्यक्रम प्रस्तावित था। इसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
पंचायत में ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि अब उन्हें महाराज न कहकर मोडा कहा जाएगा और गांव स्तर पर उनका बहिष्कार किया जाएगा। ग्राम सरपंच मनबीर सिंह चौहान ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें आश्वस्त किया है कि यदि महाराज ने गांव में प्रवेश की कोशिश की तो तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि गांव में उनके आने पर शांति व्यवस्था भंग हो सकती है। बावनी अध्यक्ष राजेश चौहान ने कहा कि पंचायत में सर्वसम्मति से सभी को शपथ दिलाई गई है कि अब विवादित व्यक्ति को महाराज न कहकर मोडा ही कहा जाएगा।
वहीं, पूर्व जिला पार्षद सुशील सिंह चौहान और पूर्व सरपंच यजविन्द्र शर्मा गोगली ने कहा कि गांव की एकता पहले जैसी ही मजबूत है और कोई भी बाहरी ताकत यहां माहौल खराब नहीं कर सकती। इस दौरान ग्रामीणों ने एसीपी सुखबीर सिंह को ज्ञापन सौंपकर विवादित महाराज को गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई करने की मांग की। बाद में पंचायत प्रतिनिधि राज्य के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह को ज्ञापन सौंपने गुरुग्राम रवाना हुए। महापंचायत में कर्नल रोशनपाल सिंह चौहान, सरपंच मनबीर सिंह चौहान, पूर्व जिला पार्षद सुशील सिंह चौहान, बावनी अध्यक्ष राजेश चौहान, पूर्व सरपंच यजविन्द्र शर्मा, महेश सैनी, नरेश चौहान, विकास सैनी, अशोक चौहान, शैलेन्द्र चौहान, उदय चौहान, संदीप सैनी समेत भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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Gurugram News: भोड़ाकलां गांव में विवादित महाराज का बहिष्कार, गांव में प्रवेश पर रोक