गुरुग्राम। केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (सीजीएसटी) एंटी-एवेजन शाखा की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फर्जी बिल बनाकर और धोखाधड़ी से इनपुट टैक्स क्रेडिट पास करके सरकारी खजाने को 66.64 करोड़ रुपये जीएसटी की चपत लगाई।
आरोपी ने 97 करोड़ रुपये के फर्जी बिल जारी किए थे। आरोपी के खिलाफ जीएसटी अधिनियम, 2017 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ के बाद सीजीएसटी की टीम ने आरोपी को शुक्रवार को अदालत में पेश किया, जहां पर उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेजा गया है। सीजीएसटी की टीम को छानबीन के दौरान पता चला कि मूलरूप से बिहार के रहने वाले अमीस ने एक फर्म का रजिस्ट्रेशन गुरुग्राम के पते पर करा रखा था। दिल्ली व गुरुग्राम की करीब 10 फर्म कंपनी की ओर उस पर बिलिंग हो रही थी। गिरोह के लोगों ने उसे एक मोबाइल नंबर दे रखा था। जिस पर ओटीपी आने पर क्रेडिट लिया जाता था। मौके पर 10 बाई 10 की एक दुकान में कंपनी का ऑफिस बनाया गया था। अलग-अलग कंपनियों की ओर से 97 करोड़ की फर्जी बिलिंग हुई है।
वर्जन
फर्जी कंपनी का रजिस्ट्रेशन करके दिल्ली व एनसीआर गिरोह के लोगों की ओर से फर्जी बिल बनाकर 66.64 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। विभाग की ओर से मामले की जांच चल रही है। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अन्य पर कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किया जा रहा है। – कर्ण सिंह, सहायक आयुक्त, सीजीएसटी, गुरुग्राम।
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Gurugram News: फर्जी बिल बनाकर 66.64 करोड़ रुपये जीएसटी की चोरी करने वाला गिरफ्तार