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फर्जीवाड़ा करके मकान के नाम पर 38 लाख की ठगी
– आर्थिक अपराध शाखा की जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस ने दर्ज किया मामला
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। हरियाणा सरकार की ओर से रजिस्ट्री बंद होने का हवाला देकर 38 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने पीड़ित को एक घर दिखाया। उसका जीपीए नंबर दिखा कर किस्तों में पैसा ले लिया। लेकिन न मकान की रजिस्ट्री कराई और न ही पैसा वापस कर रहे हैं। आर्थिक अपराध शाखा की जांच रिपोर्ट के बाद सेक्टर पांच थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग धारा के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार शीतला कालोनी निवासी सोमबीर सिंह ने शिकायत में कहा कि छह माह पहले वह घर तलाश रहे थे। उसकी मुलाकात प्रापर्टी डीलर कंवर पाल और विजेंद्र से हुई। दोनों ने उसे एक घर का ऑफर दिया। अशोक विहार फेस तीन स्थित एक घर ले गए। जहां पर उसे निर्मला देवी और उनके पति रविंद्र सिंह के नाम पर मकान दिखाया था। उन्होंने जीपीए नंबर दिखाया। दोनों पक्षों में 38 लाख रुपये में बात तय हुई। 19 मार्च को करारनामा हुआ। सोमबीर ने पहले 50 हजार, फिर 27 जून को एक लाख रुपये नकद और 36 लाख 50 हजार का चेक दिया।
उन्हें बताया गया कि हरियाणा सरकार ने रजिस्ट्री बंद कर रखी है। रजिस्ट्री खुलने के बाद वह उसके पक्ष में रजिस्ट्री करा देंगे। पांच जुलाई को घर पर कब्जा देना था। दो जुलाई को सोमबीर के पास फोन कर आरोपियों ने बताया कि बड़े भाई के लड़कों ने घर पर कब्जा कर लिया है। जब सोमबीर कब्जा लेने पहुंचे तो उन्हें टिंकू मिला। उसने कहा कि जिन्होंने घर बेचा है, उनके नाम पर कोई संपत्ति नहीं है। सोमबीर को धोखाधड़ी का पता चला। वह प्रापर्टी डीलर से मिलने के लिए पहुंचे और रुपये वापस करने की बात कही। लेकिन आरोपितों ने उन्हें रुपये वापस करने से मना कर दिया।
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Gurugram News: फर्जीवाड़ा करके मकान के नाम पर 38 लाख की ठगी