[ad_1]
वारदात के समय घर में मौजूद कैंसर पीड़िता को दवा के नाम नशीला पदार्थ देकर किया बेहोश
पुलिस ने मामले की छानबीन के बाद उद्योगपति के बयान पर चोरी का मामला किया दर्ज
घरेलू सहायिका ने साथियों संग वारदात को दिया अंजाम, सीसीटीवी में साफ नहीं आ रही बदमाशों की तस्वीर
अमर उजाला ब्यूरो
गुरुग्राम। जयपुर शादी समारोह में शामिल होने गए दिल्ली के उद्योगपति के घर की घरेलू सहायिका ने अपने साथियों के साथ मिलकर करोड़ों के जेवर और करीब 50 लाख की नकदी उड़ा ली। मूल रूप से नेपाल की रहने वाली घरेलू सहायिका को कारोबारी ने 15 दिन पहले ही काम पर रखा था। वारदात को अंजाम देने के लिए घरेलू सहायिका ने घर में मौजूद कारोबारी के परिवार की कैंसर पीड़ित महिला को दवा के नाम पर नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर दिया था। वारदात के समय कारोबारी अपने बाकी परिवार के साथ जयपुर में एक शादी समारोह में गए हुए थे। सेक्टर 9 थाना प्रभारी ने बताया कि भवन मालिक के बयान पर नौकरानी व उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार सेक्टर 1018 में नरेश अग्रवाल अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनकी दिल्ली में प्लाईवुड की फैक्ट्री है। वह अपने परिवार के साथ 11 सितंबर को जयपुर एक शादी में शामिल होने के लिए गए थे। इस दौरान उनके साले की पत्नी रीता और 15 दिन पहले ही काम पर रखी गई घरेलू सहायिका ईशा ही घर पर रुके थे। रीता कैंसर से पीड़ित हैं। वारदात की जानकारी रीता ने शुक्रवार सुबह फोन पर जयपुर में नरेश अग्रवाल को दी। रीता ने यह भी बताया कि वारदात के बाद से घरेलू सहायिका ईशा भी गायब है। इसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस को सूचना देने के बाद ही वह जयपुर से गुरुग्राम के लिए वापस आ गए। रीता ने पुलिस को बताया कि रात को ईशा ने उसे दवा दी थी। दवा लेने के बाद ही वह बेहोशी की हालत में हो गई। सुबह उसे होश आया तो पूरा घर अस्त-व्यस्त पड़ा था। इसके बाद उन्होंने नरेश अग्रवाल को फोन पर वारदात की सूचना दी।
शहर की पॉश कालोनी में हुई इस वारदात की जानकारी मिलते ही एसीपी सिटी ओल्ड जितेन्द्र कुमार, सेक्टर 9 थाना प्रभारी रामबीर सिंह, सीआईए पालम विहार व सीआईए सेक्टर 10 की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान फॉरेंसिक टीम ने मौके पर नमूने लिए। पुलिस ने बताया कि घरेलू सहायिका ईशा ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। बदमाश घर में रखी अलमारी का शीशा तोड़कर नकदी और कीमती जेवर ले गए हैं। जानकारों की माने तो बदमाश इस मकान से करीब 50 लाख की नकदी और तीन करोड़ कीमत के जेवर ले गए हैं। जानकारों का यहां तक कहना है कि मामला चोरी का नहीं बल्कि लूट या डकैती का है। फिलहाल इस मामले में परिवार के लोग भी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। पुलिस का कहना है कि मकान मालिक ने अभी तक गायब हुए पैसे व आभूषण का ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया है।
थाना प्रभारी सहित चार टीमें जांच में जुटी
डीसीपी वेस्ट ने सेक्टर चार में हुई वारदात के बाद मामले की जांच के लिए चार टीमाें का गठन किया है। सेक्टर 9 थाना प्रभारी के साथ सेक्टर चार चौकी प्रभारी व सीआईए पालम विहार और सीआईए 10 की टीमें मामले की जांच कर रही हैं।
वारदात के पीछे हो सकता है किसी करीबी का हाथ
मयंक तिवारी
गुरुग्राम। सेक्टर-4 में हुई करोड़ों की लूट के पीछे मास्टरमाइंड कौन है यह जानने में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस की छानबीन के दौरान यह बात सामने आई कि पुरानी नौकरानी के नेपाल जाने के पांच दिन बाद कारोबारी को आए फोन के बाद ईशा को उसके घर काम पर भेजा गया था। इसके बाद से ही वह पल-पल की जानकारी अपने साथियों को दे रही थी।
मामले की जांच कर रही पुलिस टीम उसके घर आने-जाने वालों को भी खंगाल रही है। पुलिस यह जानने में जुटी है कि उसकी पुरानी नौकरानी नेपाल चली गई है। इस बात की जानकारी किस-किसको थी। पुलिस यह भी जानने में जुटी है कि पुरानी नौकरानी से मिलने क्या कभी कोई आता था। कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबरों को पुलिस ने सर्विलांस पर लिया है। पुलिस को पूरे मामले में शिकायतकर्ता की ओर से दी जाने वाली लिस्ट का इंतजार है। पुलिस यह भी जानने में जुटी है कि इतनी मात्रा में नकदी व आभूषण घर में क्यों थे।
साल भर पहले बेटे की शादी के उपहार भी हुए गायब
पुलिस की छानबीन के दौरान यह भी बात सामने आई है कि शिकायतकर्ता के बेटे की साल भर पहले शादी हुई थी। जिसमें लाखों कीमत के गिफ्ट मिले थे। किसी पैकेट में आभूषण तो किसी में मोटी नकदी थी। परिवार वालों की ओर से अभी इन लिफाफों को खोला नहीं गया था। एक अलमारी में यह सब रखा हुआ था। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि बदमाश इस सामान को करीब दो बड़े बैग में भरकर ले गए हैं।
योजना के तहत वारदात को दिया है अंजाम
पुलिस की छानबीन में बात सामने आई है कि मौके की तलाश के बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है। 25 अगस्त को ईशा काम पर आती है। 11 सितंबर की सुबह नरेश अग्रवाल का परिवार जयपुर जाता है। 12 की रात को 12 बजे वारदात को अंजाम दिया जाता है। इसका मतलब की आरोपियों की तैयारी पूरी थी।
वर्जन
सेक्टर चार में हुई वारदात के मामले में शिकायतकर्ता के बयान पर चोरी का मामला दर्ज किया गया है। नौकरानी ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया गया है। सीआईए सहित अलग-अलग चार टीमों को जांच के लिए लगाया गया है। – करण गोयल, डीसीपी वेस्ट, गुरुग्राम।
[ad_2]
Gurugram News: प्लाईवुड कंपनी के मालिक के घर से करोड़ों के जेवर, नकदी लेकर घरेलू सहायिका फरार