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भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा और व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नवीन गोयल ने छाेड़ी पार्टी
नवीन गोयल ने की निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा, अब कांग्रेस आलाकमान के संपर्क में हैं जीएल शर्मा
संजय शिशौदिया
गुरुग्राम। विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार देर शाम जारी हुई भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची के साथ ही पार्टी पदाधिकारियों में विरोध शुरू हो गया है। इस विधानसभा सीट से भाजपा ने मुकेश शर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। मुकेश शर्मा का नाम फाइनल होते ही टिकट की दौड़ में शामिल अन्य भाजपाइयों ने ”डबल इंजन की ट्रेन” से कूदना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में गुड़गांव विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट की दौड़ में शामिल पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा और व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नवीन गोयल ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया।
नवीन गोयल ने बागी तेवर अपनाते हुए जहां इसी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोंकने का ऐलान किया है, वहीं जीएल शर्मा भी इसी विधानसभा सीट से अब कांग्रेस से टिकट लाने की जुगत में लग गए हैं। उधर, भाजपा के ही जिला मीडिया प्रभारी गजेंद्र गुप्ता ने भी नवीन गोयल को टिकट न मिलने से नाराजगी जताते हुए जिलाध्यक्ष कमल यादव को अपना इस्तीफा भेज दिया है। पार्टी से इस्तीफा देने वाले इन पदाधिकारियों के साथ उनके समर्थकों की लंबी फेहरिस्त है।
घर वापसी की तैयारी में जीएल शर्मा
2013 से पहले ग्यारसी लाल शर्मा कांग्रेस में ही थे। 2013 में रेवाड़ी में हुई मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से पहले ही वह कांग्रेस को अलविदा बोलकर भाजपा में शामिल हो गए थे। 2009 से 2013 तक वह कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पद पर रहे थे। भाजपा में उनके पास हरियाणा प्रदेश उपाध्यक्ष, फरीदाबाद जिला प्रभारी, भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रभारी का पद था। इससे पहले वह हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ के चेयरमैन भी रहे थे। जीएल शर्मा गुड़गांव सीट से भाजपा के टिकट की दौड़ में थे। बृहस्पतिवार को जीएल शर्मा ने भाजपा को छोड़ने की घोषणा कर दी। उनका कहना था कि अब वह कांग्रेस में शामिल होंगे। सूत्रों की माने तो जीएल शर्मा कांग्रेस आलाकमान के संपर्क में हैं। वह गुड़गांव सीट से कांग्रेस का टिकट लगाने की जुगत में लगे हैं।
नवीन गोयल ने किया निर्दलीय लड़ने का ऐलान
भाजपा के प्रदेश संयोजक, पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा के प्रदेश प्रमुख नवीन गोयल ने भी बृहस्पतिवार को अपने समर्थकों व सहयोगियों के साथ भारतीय जनता पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही उन्होंने गुरुग्राम की 36 बिरादरी के मौजिज लोगों से मंत्रणा करके निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। स्थानीय शमा पर्यटक केंद्र में उन्होंने मीडिया के समक्ष कहा कि पार्टी ने उन्हें टिकट ना देकर केवल उनके साथ ही नहीं, बल्कि गुरुग्राम की जनता के साथ भी भेदभाव किया है। जो व्यक्ति संगठन में होने के नाते भी जनता की आवाज को लेकर किसी अधिकारी के पास नहीं गया। किसी मंत्री, विधायक से नहीं मिला, उसे टिकट देकर पार्टी ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्यक्ष के सिद्धांतों को दरकिनार कर दिया है।
भाजपा की परेशानी बन सकते हैं पदाधिकारियों के बगावती तेवर
उधर, सोहना विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व विधायक तेजपाल तंवर को अधिकृत उम्मीदवार घोषित किये जाने के साथ ही भाजपा नेताओं में खलबली है। ऐसे दावेदार नेता बगावती सुर अपनाने लगे हैं। ऐसी स्थिति में भाजपा उम्मीदवार को नुकसान होने की संभावना प्रबल रूप से मुखर होने लगी है। इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने अपने खेल वन व पर्यावरण मंत्री संजय सिंह का टिकट काटकर पूर्व विधायक तेजपाल तंवर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। तेजपाल तंवर को टिकट दिए जाने से काफी संख्या में भाजपाई नाराज दिखने लगे हैं। ऐसे दावेदार नेताओं ने अपने समर्थकों की बैठक बुलाकर आगामी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। टिकट से वंचित भाजपा नेताओं के इन बगावती तेवर के बाद सोशल मीडिया व बाजारों में पार्टी से अलग थलग होकर चुनाव लड़ने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।
जिलाध्यक्ष बोले
भाजपा अनुशासित पार्टी है। चुनाव की तैयारी कई पदाधिकारी करते हैं, लेकिन टिकट किसी एक को ही मिलता है। टिकट न मिलने की स्थिति में पदाधिकारियों का नाराज होना स्वाभाविक है। पार्टी को आगे बढ़ाने में इन पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे सभी पदाधिकारियों से बात की जाएगी और उन्हें समझाया जाएगा। – कमल यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष।
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