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अरुण सोनी को पाकिस्तान बॉर्डर से किया था गिरफ्तार, एसटीएफ की सात दिन की रिमांड पर आरोपी
– गुर्गे के बारे में किया जाएगा पता,बॉर्डर के पास ठहरने के कारणों पर भी होगी जांच
संवाद न्यूज एजेंसी
गुरुग्राम। कुख्यात गैंगस्टर दीपक नांदल गैंग का शार्प शूटर अरुण सोनी को एसटीएफ ने पाकिस्तान के बॉर्डर के पास से गिरफ्त में आने एक चौकाने वाली बात है। आखिर विदेश में बैठे गैंगस्टर को गुर्गो पाकिस्तान बॉर्डर पर किस लिए पहुंचा यह भी जानकारी एसटीएफ रिमांड के दौरान आरोपी से निकलवाएगी। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अदालत में पेश कर आरोपी को सात दिन की रिमांड पर लिया है।
आरोपी से गैंग में अन्य आरोपियों के साथ ही दीपक नांदल के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। एसटीएफ इस बात को जानने की कोशिश कर रही है कि वह पाकिस्तान के बॉर्डर के पास क्यों गया था। शनिवार को एसटीएफ की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। आरोपी ने सेक्टर-45 स्थित एमएनआर बिल्डमार्क के दफ्तर पर और करनाल में यूनिसिस इंफो सॉल्यूशंस कंपनी के कार्यालय पर फायरिंग के मामले में हमलावरों को हथियार मुहैया कराने में शामिल था। हत्या के एक मामले में जेल में बंद के दौरान उसकी मुलाकात दीपक नांदल गैंग में शामिल हो गया।
जून 2025 में कोर्ट से 70 दिन की पैरोल मिलने पर वह 11 साल बाद जेल से बाहर आया था। जेल से बाहर आने के बाद गैंगस्टर दीपक नांदल के कहने पर गुरुग्राम के सेक्टर-45 स्थित बिल्डर के कार्यालय पर फायरिंग और 29 अक्तूबर को करनाल में कंपनी के कार्यालय पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया। उसके बाद अपने साथी अनिल,गोकुल और मोहित उर्फ बाबा के साथ राजस्थान फरार हो गए थे । एसटीएफ आरोपी से रिमांड के दौरान अनिल,गोकुल और मोहित शूटर के बारे में पता करने का प्रयास कर रही है।
तुर्की की जगीना पिस्टल के साथ गिरफ्तार हो चुके हैं गैंगस्टर के गुर्गे-
एसटीएफ की तरफ से बीते 10 दिनों में 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें से पांच आरोपी तो गैंगस्टर रोहित गोदारा,लॉरेंस बिश्नोई, काला राणा, कुलबीर सिन्धू और काला जठेड़ी गैंग में शामिल थे। एसटीएफ को रोहित गोदारा गैंग के गुर्गे के पास से तुर्की देश की जगीना पिस्टल के साथ ही चीन देश की भी हथियार बरामद हुए थे। इसमें से ज्यादा आरोपी गैंग के रुपयों को गुर्गाें तक पहुंचाने का काम करते थे।
गैंग के रुपये की ट्रेल पकड़ना है एसटीएफ की चुनौती-
एसटीएफ के सामने गैंगस्टरों के नेटवर्क तोड़ने की चुनौती है। विदेश में बैठकर गैंगस्टर अपने गैंग को संचालित कर लेते हैं। वह किस एप से अपने गुर्गों से संपर्क करते हैं और रुपये कहां से लेकर दूसरे गुर्गे को पहुंचाने के बाद वह रुपये गैंगस्टर के पास कैसे पहुंचते हैं। तुर्की और चीन का हथियार कैसे गुर्गे के पास पहुंच रहा है। गैंगस्टरों को व्यापारी या नामचीन हस्ती रुपये तो नहीं दे रहे हैं और उनके निशाने पर कौन-कौन से लोग टारगेट पर हैं।
वर्जन
सेक्टर-45 में बिल्डर के कार्यालय पर गोली चलाने की तीन आरोपियों की जानकारी रिमांड के दौरान जुटाई जाएगी। पाकिस्तान से हथियार आने का तथ्य अभी तक की जांच में सामने नहीं आया है। – संदीप, प्रभारी, एसटीएफ
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Gurugram News: अरुण सोनी को पाकिस्तान बॉर्डर से किया था गिरफ्तार, एसटीएफ की सात दिन की रिमांड पर

