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एक्यूआई 267 पहुंचा, आगामी दिनों में 43 डिग्री तक पहुंच सकता है पारा
संवाद न्यूज एजेंसी
गुरुग्राम।
शुक्रवार को तेज धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को बेहाल कर दिया। दोपहर तक तापमान ने 41 डिग्री तक पहुंचकर चिलचिलाती गर्मी का अहसास कराया। दोपहर बाद बूंदाबांदी हुई और धूल भरी हवाएं चलीं। बाद में वातावरण में नमी के कारण उमस बढ़ गई।
उधर एक्यूआई भी 316 से घटकर 267 पहुंच गया है, जोकि खराब की श्रेणी में है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम को हुई बारिश से थोड़ी ठंडक महसूस की गई, लेकिन राहत ज्यादा देर नहीं टिक सकी। वहीं एक्यूआई घटने के बाद भी हवा खराब रही। अगले दो से तीन दिनों में तापमान 43 डिग्री तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। ऐसे में लोगों को दोपहर के समय घरों में रहने और हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी जा रही है।
वहीं, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में मामूली गिरावट के बावजूद प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक शुक्रवार को एक्यूआई 267 रिकॉर्ड किया गया, जो कि खराब की श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इससे सांस की समस्याएं, आंखों में जलन और थकान जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को मास्क पहनने और अनावश्यक बाहर न निकलने की सलाह दी है।
वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान की मांग
शहर में बढ़ रहे एक्यूआई और कचरा जलाए जाने की घटना से परेशान निवासियों के एक समूह सिटिजन फॉर क्लीन एयर के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री के एयर क्वालिटी मैनेजमेंट विंग के विशेष सचिव, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष समेत सभी अधिकारियों को पत्र लिखा है। इस पत्र में यह बताया गया है कि गुरुग्राम में काफी मात्रा में कचरा जलाकर खत्म किया जा रहा है। यह यहां के निवासियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक है। इसका समाधान ठोस कचरा प्रबंधन नीति 2016 में निहित है। नगर निगम अपनी इच्छाशक्ति को दृढ़ कर वार्ड स्तर पर कचरा प्रबंधन कर सकता है। इससे कूड़े को जलाकर खत्म किए जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस पत्र में डॉक्टरों और विशेषज्ञों के सुझाव भी भेजे गए हैं। जिस तरह से सरकार सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग लोगों को दे रही है, उसी तरह वायु प्रदूषण को रोकने के उपाय की ट्रेनिंग भी बेहद जरूरी है।
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Gurugram News: मिजाज-ए-मौसम… बूंदाबांदी से तापमान में गिरावट मगर हवा अब भी खराब